जनता के सहयोग से कईं मोर्चों पर लड़ी जा रही है लड़ाई
-कोरोना से निपटने के साथ-साथ विकास कार्य भी पूरे शिखर पर
अम्बाला / 20 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
गृह, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल विज ने कहा कि जनता के सहयोग से कईं मोर्चों पर लड़ाई लड़ी जा रही है। कोरोना से निपटने के लिये हर क्षेत्र में काम जारी है। लोगों को स्वास्थ्य कवच प्रदान करने के लिये स्वास्थ्य विभाग की टीमें निरंतरता में काम कर रही हैं। वहीं विकास कार्य भी पूरे शिखर पर हैं। विज अपने निवास स्थान पर कुछ कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वही देश तरक्की करता है, जो विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ता है। चाहे वह कोरोना के संक्रमण को रोकने की बात हो या फिर विकास की सीढियों पर निरंतरता में आगे बढऩे की बात हो। लोगों का मनोबल बहुत ऊंचा है। हमारा खान-पान, हमारी शारीरिक क्षमता और दक्षता बढ़ाने का काम कर रहा है। फिर भी हमें बढ़ते कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिये संयुक्त रूप से काम करने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से कोविड सम्बन्धी विषय को लेकर अपील की कि वे सरकार द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना अवश्य करें, ऐसा करने से कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिये टैस्टिंग का कार्य जारी है। जब तक सम्बन्धित व्यक्ति की रिपोर्ट नही आती, तब तक उस व्यक्ति को अपनी रिपोर्ट के आने का इंतजार करना चाहिए और उसे घर पर ही रहना चाहिए। ऐसा करने से संक्रमण पर रोक लगाई जा सकती है। जहां तक विकास कार्यों की बात है, विकास कार्य निरंतरता में जारी हैं।
अम्बाला छावनी में वार मैमोरियल के नजदीक करोड़ों रुपए की लागत से बनाया जाने वाला विज्ञान केन्द्र युवा पीढ़ी को साईंस की ओर आकर्षित करेगा, वहीं दूर-दराज से लोग यहां आकर विज्ञान के नियमों को भी देख सकेंगे। वैसे भी अम्बाला साईंस उपकरणों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। करोड़ों रुपये की लागत से बनाए जा रहे विज्ञान केन्द्र का गत वर्ष शिलान्यास किया था।
विज ने बताया कि अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र में नित-नए प्रोजैक्टों को लाकर अम्बाला छावनी को सुंदर व विकसित बनाने का काम किया जा रहा है। लगभग 5 एकड़ में बन रहा यह विज्ञान केन्द्र निर्धारित समय अवधि में तैयार हो, ऐसे निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि इस विज्ञान केन्द्र में तारामंडल, इनोवेशन हब, एग्जिबिट डिवल्पमैंट लैब, थीप मैट्रिक गैलरी, साईंस पार्क की भी व्यवस्था होगी। यह हरियाणा का पहला ऐसा विज्ञान केन्द्र होगा, जिसमें विज्ञान की नई तकनीकें भी उपलब्ध होंगी, जिनका साईंस से जुड़े विशेषज्ञ लाभ उठा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इस विज्ञान केन्द्र में साईंस विषय पर आधारित प्रदर्शनी की व्यवस्था भी होगी, जिससे बच्चे खेल-खेल विज्ञान के सिद्धांतो को सीख सकेंगे। अम्बाला छावनी में बनने वाला विज्ञान केन्द्र लोगों को साईंस की ओर आकर्षित करने का काम करेगा और राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने के कारण लोग इसको आसानी से आकर देख सकेंगे। राष्टï्रीय और अंतराष्टï्रीय मानचित्र पर अम्बाला की मनमोहक छाप आने वाले समय में अपनी उपस्थिति का अहसास करवायेगी।