शिमला / 19 मार्च / न्यू सुपर भारत
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के बागियों के साथ बड़ा खेला हो सकता है। अगर सुप्रीम कोर्ट ने सदस्यता बहाल नहीं की तो उनकी मुश्किलें बढ़ेंगी. कांग्रेस से बगावत करने वाले ज्यादातर बागियों के लिए बीजेपी के दरवाजे भी बंद होते नजर आ रहे हैं.
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बीजेपी आलाकमान इन बागी विधायकों को पार्टी में शामिल करेगा तो 2022 के विधानसभा चुनाव की तरह बीजेपी को बगावत का सामना करना पड़ सकता है. विधानसभा चुनाव में भी 21 बीजेपी दिग्गजों की बगावत ने बीजेपी के ‘मिशन रिपीट’ के सपने को साकार नहीं होने दिया और पार्टी को राज्य के सभी 68 सीटों में 40,000 से भी कम वोटों से सत्ता से दूर होना पड़ा।
सूत्रों की मानें तो बीजेपी बागी विधायकों को एक या दो सीटों पर टिकट जरूर दे सकती है. लेकिन छह बागियों को टिकट देना नामुमकिन था. सच तो यह है कि उनकी बगावत के कारण ही भाजपा के हर्ष महाजन राज्यसभा चुनाव जीते थे। इसकी कीमत उन्हें अपनी कुर्सी गंवाकर चुकानी पड़ी. ऐसे में अगर बीजेपी के दरवाजे भी बंद हो गए तो बागी न घर के और न घाट के बचेंगे.