ज्वालामुखी(सपड़ी) / गुरदेव राणा : अम्बोटु गाँव के राजीव ने ज्वालामुखी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं है। जिससे की ज्वालामुखी का सिविल अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में नजर आ रहा है। पीड़ित व्यक्ति ने अपने साथ हुए अन्याय को लेकर हेल्थ केयर हेल्पलाइन 104 पर भी इसकी शिकायत की है, इस शिकायत में उन्होंने मरीज को ज्वालामुखी अस्पताल के डॉक्टरों पर एक महीने तक गुमराह करने का आरोप लगाया है। उक्त व्यक्ति का कहना है कि अंत मे हुई जांच के बाद उनकी पत्नी जिसका नाम रीता है वह एक गंभीर वीमारी ( टी वी ) से ग्रस्त पाई गई लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों को 1 महीने तक इस बीमारी का पता नही चला और उसकी जगह वह ओर ही दबाइयां उनकी पत्नी को देते रहे।
दरअसल ये मामला बीते एक महीने पहले का है। भड़ोली के साथ लगते अम्बोटु गाँव के वी पी एल परिवार से सबन्ध रखने बाले राजीव का आरोप है कि वह अपनी पत्नी को खांसी व छाती की समस्या के चलते ज्वालामुखी अस्पताल में ले गए थे। इस बीच अस्पताल में मौजूद एक डॉक्टर ने उनकी पत्नी का इलाज शुरू किया व कुछेक टैस्ट करवाने को दिए। राजीव का आरोप है कि इसके बाद भी उनकी पत्नी ठीक नही हुई व उन्हें कान व गले में भी दर्द होना शुरू हो गया तो इसके बाद जब वह दोबारा अस्पताल गए तो डॉक्टर को समस्या बताने के बाद उन्हें दूसरे डॉक्टर के पास कान व गले का इलाज करने के लिए भेज दिया गया। राजीव का कहना है कि इसके बाद भी जब पत्नी की हालत में सुधार नही हुआ तो वह दोबारा उसे गम्भीर अस्पताल में 17 अक्टूबर को अस्पताल लेकर आए। इनका कहना है कि इस बीच एक लेडीज डॉक्टर ने उन्हें पत्नी का बलगम टेस्ट करने की सलाह दी। राजीव का कहना है कि इस बीच जब उन्होंने पत्नी का बलगम टेस्ट करबाया तो उसमें टी वी की पुष्टि हुई। राजीव का आरोप है कि जब वह अस्पताल में अपनी पत्नी को शुरू में इलाज के लिए आये हुए थे तो उसके बाद बलगम की जांच की बात उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर से भी की थी, लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया ओर उसकी जगह ओर ही टेस्ट करवाए जाते रहे। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुए अपने साथ हुए अन्याय को लेकर सी एम जयराम ठाकुर से उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई है, ताकि दोवारा कोई व्यक्ति इस तरह से डॉक्टरों की लापरवाही का शिकार न हो।
अस्पताल के ही एक चिकित्सक ने दी 104 पर शिकायत करने की सलाह
उक्त व्यक्ति द्वारा ज्वालामुखी अस्पताल प्रबंधन पर उठाए गए सवालों को लेकर इसकी शिकायत करने को लेकर सलाह भी अस्पताल के ही एक चिकित्सक द्वारा दी गई है। उनका कहना है कि अस्पताल में मौजूद एक डॉक्टर ने उन्हें बताया कि वह इस नँबर पर कॉल कर अपने साथ हए अन्याय की शिकायत करें। इधर राजीव द्वारा की गई शिकायत का ऑडियो क्लिप भी उन्होंने अपने पास रखा है।
बयान
मामले को लेकर सी एम ओ धर्मशाला डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि इस तरह की कोई भी शिकायत उनके पास नही आई है। यदि अस्पताल मे ऐसा हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मामले को लेकर बी एम ओ ज्वालाजी डॉक्टर सतिंदर वर्मा का कहना है कि इस तरह की शिकायत आई है, साथ ही मामले को लेकर डॉक्टरों से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। जल्द ही इसमें ठोस कारवाई अमल में लाई जाएगी, ताकि दोबारा अस्पताल में इस तरह का मामला पेश न आए।