झज्जर / 07 नवंबर / न्यू सुपर भारत
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत झज्जर जिला में जारी विभिन्न गतिविधियां प्रशंसनीय रही है। जिनमें अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के बाहर लगे सीसीटीवी की फुटेज में बाहरी जिलों के नंबरों वाली गाडिय़ों की पहचान करना, एमटीपी के तहत होने वाले अबॉर्शन में भ्रूण के लिंग का रिकार्ड रखना व तेजी से बढ़ रही पीसी-पीएनडीटी एक्ट की रेड्स शामिल है। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव व सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा के महानिदेशक डा. अमित कुमार अग्रवाल ने सोमवार की सांय वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से झज्जर सहित राज्य के सात जिलों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान इन कार्यों के लिए झज्जर जिला की सराहना की।
डॉ. अमित कुमार अग्रवाल ने निर्देश देते हुए कहा कि लिंगानुपात में सुधार के लिए सभी आवश्यक गतिविधियां तेज की जाए। न्यायालयों में पीसी-पीएनडीटी एक्ट के विचाराधीन मामलों का भी गंभीरता से फॉलोअप किया जाए ताकि लिंग जांच व भ्रूण हत्या से जुड़े आरोपितों को दोषी साबित करवाते हुए सजा दिलवाई जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि चिन्हित अपराधों की समीक्षा बैठक में पीसी-पीएनडीटी एक्ट से जुड़े मामलों से भी न्यायिक अधिकारियों को अवगत कराया जाए।
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने वीडियो कांफ्रेंस में अतिरिक्त प्रधान सचिव को जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर जिला में बीते चार माह से लिंग जांच करने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है। जिसके चलते पीसी-पीएनडीटी व एमटीपी एक्ट के तहत 9 सफल रेड की गई। इसके साथ ही अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज की भी नियमित रूप से जांच की जा रही है ताकि सेंटर्स पर बाहर के नंबर्स की गाडिय़ों की निगरानी की जा सके।
इसके साथ ही एमटीपी के तहत होने वाले अबॉर्शन में भी भ्रूण की फोटो व लिंग की पहचान का रिकार्ड रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने यह भी बताया कि इन कार्रवाईयों के चलते झज्जर जिला में बीते चार माह के दौरान जन्म लेने वाले बच्चों में लिंगानुपात 900 से अधिक है।
इस अवसर पर सीटीएम परवेश कादियान, डीएसपी नरेश कुमार, सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप सिंह, जिला न्यायवादी अशोक बागड़ी, एसपीपी कर्मबीर राठी, एडीए पारूल, पीसी-पीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी डॉ. शैलेंद्र डोगरा, डा. ममता सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।