सुक्खू के हमीरपुर दौरों से दूरी लेकिन फिर भी राजेंद्र राणा की मुराद हो रही पूरी
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में डिग्री कॉलेज, अस्पताल के बेड क्षमता और स्टाफ बढ़ाने , सड़कों के लिए बजट लाने में कामयाब
हमीरपुर / रजनीश शर्मा / न्यू सुपर भारत
घी टेड़ी उंगली से निकलता है लेकिन सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा को सीधी उंगली से ही घी निकालने में महारत हासिल है। सुजानपुर में एसडीएम ऑफिस खोलने को लेकर शुरू हुआ संघर्ष अब सत्ता में होने के बावजूद जारी है। सार्वजानिक स्थल पर फाइल के फेंकने से मिली चुनौती को राजेन्द्र राणा ने स्वीकार किया और 2017 में इसका जबाव भी सलीके से दिया। 2012 से राजेंद्र राणा विधायक हैं लेकिन स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को छोड़ अन्य सभी मुख्यमंत्रियों से राणा संघर्ष करते नजर आए और इसी संघर्ष में सुजानपुर के लिए कुछ न कुछ लेकर भी आए। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के दूसरे सरकारी डिग्री कॉलेज टौणी देवी का काम शुरू हो चुका है।
राजेंद्र राणा वर्तमान में सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू के हमीरपुर दौरों से अधिकतर दूरी बनाए हुए हैं । राजेंद्र राणा सुजानपुर होली उत्सव या फिर आपदा काल में सीएम के सुजानपुर दौरे के समय साथ नजर आए। इस दौरान उन्होंने सीएम से कई मांगे रखीं । इसके बाद सीएम नादौन बड़सर, भोरंज, हमीरपुर के दौरे कई बार कर चुके हैं लेकिन राजेंद्र राणा कहीं भी सीएम के कार्यक्रमों में नजर नहीं आए।
इस के बावजूद राजेंद्र राणा टौणी देवी में डिग्री कॉलेज खुलवाने की कैबिनेट अप्रूवल इसके भवन निर्माण के लिए बजट, शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ की अप्रूवल , सुजानपुर सिविल अस्पताल के 50 बेड से 100 बेड करवाने की अप्रूवल , सुजानपुर अस्पताल के लिए 35 नए स्टाफ की नियुक्ति , सुजानपुर डिग्री कॉलेज में
एम.ए की कक्षाएं इत्यादि बड़े बजट कार्य करवाने में कामयाब रहे। राजेंद्र राणा जिस तरह बेरोजगारी , कर्मचारी चयन आयोग , विकास जैसे मुद्दों को उठा रहे हैं , इससे राणा की लोकप्रियता में इजाफा ही हो रहा है।
इस बारे राजेंद्र राणा कहते हैं कि सुजानपुर के विकास में कोई कमी नहीं रहेगी वह लगातार सुजानपुर के हितों के लिए आवाज बुलंद करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे उन्होंने कहा कि सुजानपुर में बन रहे टाउन हॉल के लिए राज्य सरकार ने 3 करोड रुपए जारी किए हैं इसके अलावा सुजानपुर की कुछ एक सड़कों का निर्माण होना है इसके लिए भी सरकार की ओर से सवा करोड रुपए जारी किए गए हैं उन्होंने कहा कि बात प्रदेश के हितों की हो या फिर प्रदेश में रहने वाले लोगों के हितों की उन्हें जहां भी उनके हक की लड़ाई के लिए लड़ना पड़े वह लड़ेंगे लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे।