शिमला /23 दिसम्बर / एन एस बी न्यूज़
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार आबकारी कर संग्रहण के माध्यम से राजस्व बढ़ाने पर विशेश जोर दे रही है। राज्य सरकार ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1425 करोड़ रुपये आबकारी टैक्स का लक्ष्य निर्धारित किया था जिसके मुकाबले 1500 करोड़ रुपये एकत्रित किए गए। इस वित्त वर्ष 1625 करोड़ रुपये का आबकारी टैक्स एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके मुकाबले अभी तक 1800 करोड़ रुपये का कर एकत्र किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री आज मण्डी के विपाशा सदन में आबकारी लाईसेंस धारकों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि सभी प्रकार की वाईन में फलों के इस्तेमाल की सम्भावनाओं का पता लगाने पर बल दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे बागवानों की आर्थिकी में बदलाव लाने की क्षमता है। राज्य सरकार भी किन्नौर की अंगुरी और चुली बीवरेज को पैटेंट करने और इसके व्यावसायिक उत्पादन की सम्भावनाओं को तलाश करेगी।
उन्होंने लाईसेंस धारकों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके सुझावोें के लिए तैयार है और इस सन्दर्भ में उचित कदम उठाए जाएंगे।
आबकारी एवं कराधान विभाग और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुण्डू ने कहा कि राज्य में फलों पर आधारित वाईन के उत्पादन पर जोर दिया जाएगा। इससे न केवल किसानों की आर्थिकी मजबूत होगी बल्कि उपभोक्ताओं को गुणात्मक वाईन भी उपलब्ध होगी।
आबकारी एवं कराधान आयुक्त अजय शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, सांसद रामस्वरूप शर्मा, विधायक राकेश जमवाल, विनोद कुमार, जवाहर ठाकुर, कर्नल इन्द्र सिंह, प्रकाश राणा और इन्द्र सिंह गांधी भी बैठक में उपस्थित थे।