मंडी / 29 नवंबर / राजन पुंछी
बाल विवाह हमारा बचपन खत्म कर देता है । बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और कानून का उल्लंघन है जो बालिकाओं की शिक्षा सुरक्षा स्वास्थ्य और विकास में बड़ा है तथा उनके सपनों को साकार होने से रोकता है। उन्होंने कहा कि कम उम्र में शादी के कारण लड़कियों को शिक्षा से वंचित होना पड़ता है। शुक्रवार को
बाल विकास परियोजना अधिकारी सुंदरनगर पूनम चौहान ने सीडीपीओ कार्यालय में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत कर्मचारियों को बाल विवाह के खिलाफ हर संभव प्रयास तथा बाल विवाह मुक्त भारत के निर्माण की शपथ दिलाते हुए
सभी कर्मचारियों से आवाहन करते हुए कहा कि जिससे उनके आत्मनिर्भर बनने के रास्ते बंद हो जाते हैं। बाल विवाह बच्चों को उनके अधिकारों से वंचित कर उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर बनाता है। यह प्रथा न केवल बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाती है, बल्कि समाज की प्रगति में भी बाधा उत्पन्न करती है। बाल विवाह, बचपन खत्म कर देता है।
इस अवसर पर सीडीपीओ कार्यालय के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।