कांगड़ा / 19 जनवरी / न्यू सुपर भारत /
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिले के पौंग बांध का दौरा किया और पक्षियों का अवलोकन किया तथा प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बाथू-की-लारी में प्राचीन मंदिरों का भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं तथा राज्य सरकार इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रही है।
श्री सुक्खू ने कहा कि साइबेरिया और मंगोलिया से प्रवासी पक्षी पौंग डैम में आते हैं, जो देश भर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने वन विभाग को इन पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पर्यटकों की सुविधा के लिए दो नावें पहले ही तैनात की जा चुकी हैं और जल्द ही दो और स्पीड बोट भी शामिल की जाएंगी। इसके अलावा, क्षेत्र में पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की पहल से इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, पिछले साल लगभग 30 हजार पर्यटक इस क्षेत्र में आए थे। उन्होंने कहा, “पोंग डैम बैराज के पास क्षेत्रीय जल केंद्र में जल क्रीड़ा गतिविधियों को शुरू करने के प्रयास चल रहे हैं, जिससे क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि जवाली विधानसभा क्षेत्र के बासा में पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने और शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए 3.20 करोड़ रुपये की लागत से वन्यजीव व्याख्या केंद्र स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र का उद्देश्य संरक्षण के महत्व और इन पक्षियों के उल्लेखनीय प्रवासी पैटर्न के बारे में जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा, “केंद्र में ठहरने और छात्रावास की व्यवस्था है, जहां कॉलेज और स्कूलों के छात्र रह सकते हैं और पौंग की समृद्ध जैव विविधता के बारे में जान सकते हैं। यह अनूठा अवसर युवा दिमागों को प्रकृति से जुड़ने, संरक्षण के महत्व के बारे में जानने और प्राकृतिक दुनिया के प्रति गहरी समझ विकसित करने में सक्षम बनाएगा। हम पक्षी प्रेमियों, प्रकृति प्रेमियों और छात्रों को पौंग के पक्षी पक्षियों की सुंदरता और आश्चर्य का अनुभव करने के लिए क्षेत्र का दौरा करने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
श्री सुक्खू ने बताया कि इस साल पौंग डैम में प्रवासी पक्षियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दिसंबर 2024 तक 92,885 प्रवासी पक्षियों की संख्या दर्ज की गई है और सीजन के अंत तक यह संख्या एक लाख को पार कर जाने की उम्मीद है। जबकि पिछले साल अक्टूबर से जनवरी तक पूरे सीजन के दौरान 85,000 पक्षी डैम में आए थे। उन्होंने बताया कि औसतन हर साल पौंग डैम में 100 प्रजातियों के प्रवासी पक्षी आते हैं। इस सीजन में 85 प्रजातियां देखी जा चुकी हैं।
इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक, पुलिस जिला नूरपुर व देहरा अशोक रतन तथा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।