मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग की 160 करोड़ रुपये लागत की 43 परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए
शिमला / 29 जून / न्यू सुपर भारत
राज्य सरकार प्रभावी पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में पुलिस बल के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा राज्य के विभिन्न भागों में पुलिस विभाग की लगभग 160 करोड़ रुपये लागत की 43 परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरान्त कही। मुख्यमंत्री ने ओकओवर, शिमला से पुलिस विभाग के विभिन्न पुलिस थानों के लिए 20 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया और पुलिस चौकी संजौली को पुलिस थाना में स्तरोन्नत करने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष राज्य सरकार ने पुलिस विभाग को 394 वाहन उपलब्ध करवाए थे, जिनमें 151 वाहन राज्य के बजट से व 135 स्कूटी भारत सरकार द्वारा वीरांगना ऑन व्हील के तहत उपलब्ध करवाए गए थे तथा 108 मोटरसाइकिल केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व के तहत उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किए गए 20 अतिरिक्त वाहनों से पुलिस बल की कुशल गतिशीलता सुनिश्चित होगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हालांकि राज्य में अपराध दर काफी कम है, फिर भी पुलिस बल राज्य के शान्ति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज पुलिस बल को उपलब्ध करवाए गए वाहन नशीले पदार्थों की तस्करी और अन्य असमाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने में सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जिला कांगड़ा पुलिस के कार्यभार को कम करने तथा प्रभावी पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कांगड़ा जिला के नूरपुर में अलग पुलिस जिला बनाने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री ने 1.58 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस लाइन धर्मशाला में रेंज ऑफिस एसवी एवं एसीबी के लिए आवास का लोकार्पण किया। उन्होंने जिला कांगड़ा में 1.59 करोड़ रुपये की लागत से देहरा में पुलिस थाना भवन तथा 2.64 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस थाना बैजनाथ के आवास का लोकार्पण किया। उन्होंने जिला सोलन में 79 लाख रुपये की लागत से पुलिस थाना कण्डाघाट के आवास, 2.70 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस लाइन सोलन में तीन स्टोरिड बैरेक्स, बस्सी में 22 लाख रुपये की लागत से पांचवीं आईआरबी में प्रवेश द्वार व सन्तरी आश्रय, पांचवी आईआरबी बस्सी में 1.73 करोड़ रुपये की लागत से आवास,
चौथी आईआरबी जंगलबैरी में 27 लाख रुपये की लागत से मुख्य प्रवेश द्वार, सुरक्षा व स्वागत कक्ष, पुलिस लाइन कैथू में 72 लाख रुपये की लागत से आवास, पुलिस कालोनी नाहन में 1.45 करोड़ रुपये की लागत से आवास, ददाहू स्थित पुलिस थाना रेणुका जी में 2.30 करोड़ रुपये की लागत से आवास, छठीं आईआरबी धौलाकुआं में 65 लाख रुपये की लागत से कमान्डेंट के लिए टाइप-5 आवास, छठीं आईआरबी धौलाकुआं में 4.61 करोड़ रुपये की लागत से 20 टाइप-2 आवास और 6.25 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस थाना सदर बिलासपुर का लोकार्पण किया।
जय राम ठाकुर ने पुलिस लाइन धर्मशाला में 3.90 करोड़ रुपये की लागत के आवासीय भवन, पुलिस लाइन धर्मशाला में ही 51 लाख रुपये की लागत से बनने वाले टाइप चार आवास भवन, चढ़ियार में 2.88 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पुलिस चौकी भवन, पुलिस लाइन बिलासपुर में 1.92 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-दो आवास भवन, पुलिस लाइन हमीरपुर में 2.39 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-तीन आवास, पुलिस लाइन सोलन में 1.42 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-दो आवास,
दाड़लाघाट में 1.88 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एसडीपीओ कार्यालय व आवास, जैमर वाहन के लिए 5 लाख की लागत से बनने वाले गैराज, पुलिस लाइन किशनपुर में 74 लाख रुपये की लागत से बनने वाले शस्त्रागार भवन, बरोटीवाला में 8.20 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुलिस थाना भवन, करसोग में 7.34 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुलिस थाना भवन, पुलिस लाइन ऊना में 12.69 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पुलिस बैरक, ऊना में 6.66 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले थाना सदर भवन, ऊना में 6.66 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले महिला थाना भवन,
भुंतर में 7.92 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुलिस थाना भवन, पुलिस कॉलोनी कसुम्पटी में 38 लाख रुपये से बनने वाले पार्क, पुलिस कॉलोनी कसुम्पटी में 1.88 करोड़ रुपये की लागत सेे बनने वाली व्यायामशाला, जुन्गा में एनजीओ के लिए 1.86 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-तीन आवास, एचपीएपी जुन्गा में अश्वनी खड्ड के समीप 2.20 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली रिटेनिंग वॉल आदि, बनगढ़ में 120 जवानों के लिए 12.69 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पुलिस बैरक, बनगढ़ में 1.15 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले स्वास्थ्य केंद्र, दूसरी आईआरबीएन स्कोह में 4.54 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले शस्त्रागार भवन, थर्ड आईआरबीएन पंडोह में 1.54 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-दो आवास,
चौथे आईआरबीएन जंगलबैरी में 2.63 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-चार आवास, 5वीं आईआरबीएन बस्सी में 1.35 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-टू आवास, बस्सी में 120 महिला पुलिस कर्मियों के लिए 9.26 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पुलिस बैरक, धौलाकुआं में अधिकारियों के लिए 1.66 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-चार आवास, छठे आईआरबीएन धौलाकुआं में 129 व्यक्यिों के लिए 12.69 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पुलिस बैरक और धौलाकुआं में 6.20 करोड़ रुपये की लागत से बी.एन. लाइन कार्यालय खण्ड का शिलान्यास किया।
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए पुलिस विभाग की लगभग 160 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा, वूलफेड के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुभासीष पन्डा शिमला में उपस्थित थे, जबकि सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, सांसद इंदु गोस्वामी, विधायक सुभाष ठाकुर, होशियार सिंह, रीना कश्यप, परमजीत सिंह पम्मी और अन्य गणमान्य व्यक्ति वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।