शिमला / 20 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश अमजद सईद ने आज जिला न्यायालय परिसर चक्कर में विधिक सेवा सदन का शिलान्यास किया। विधिक सेवा सदन का निर्माण 2.64 करोड़ रुपए की लागत से होगा। इस अवसर पर मुख्य न्यायधीश ने कहा कि न्यायपालिका का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंद और वंचित वर्ग को त्वरित और प्रभावी न्याय सुनिश्चित करना है।
उन्होंने दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में कानूनी साक्षरता के प्रचार-प्रसार पर राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि न्याय हासिल करना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है और धन के अभाव में किसी भी नागरिक को न्याय से वंचित नहीं रखा जा सकता। गरीब और असहाय लोगों को न्याय प्राप्त करने में धन की कमी बाधा न बने, इसी उद्देश्य से विधिक सेवा प्राधिकरण की स्थापना की गई है।
उन्होंने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण राज्य, जिला और उपमंडल स्तर पर कार्य कर रहा है। इस अवसर पर न्यायधीश सबीना, न्यायधीश तरलोक सिंह चौहान, न्यायधीश विवेक सिंह ठाकुर, न्यायधीश संदीप शर्मा, न्यायधीश चंद्र भूषण बरोवालिया, न्यायधीश ज्योत्सना रेवाल दुआ, न्यायधीश सत्येन वैद्य, न्यायधीश सुशील कुकरेजा, न्यायधीश वीरेन्द्र सिंह, सदस्य सचिव राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण प्रेम पाल रांटा, अध्यक्ष डीएलएसए भूपेश शर्मा, इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता व एसई पीडब्ल्यूडी सुरेश कपूर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।