आजादी के सात दशकों के बाद भी चंबा जिला की शेरपुर पंचायत के भरुड़ी गाँव के लोगों को पालकी से आजादी नहीं मिल पाई
चम्बा / 05 दिसम्बर / राजेश्वर बहल।
आजादी के सात दशकों के बाद भी चंबा जिला की शेरपुर पंचायत के भरुड़ी गाँव के लोगों को पालकी से आजादी नहीं मिल पाई है । यहाँ अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे पालकी पर उठा कर लगभग दो किलो मीटर दूर सडक तक पहुँचाना पड़ता है । बीते मंगलवार को भी ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली जब गाँव की महिला बेबी पत्नी संदीप कुमार की अचानक तबियत बहुत बिगड़ गई । जब महिला की हालत बिगड़ी तो उस समय गाँव में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं था जो महिला को पालकी में उठा कर अस्पताल ले जाय। बमुश्किल लोगों को इकठ्ठा किया गया और उसके बाद महिला को पालकी में उठा कर अस्पताल ले जाया गया बता दें कि उक्त महिला गर्भवती है।
गनीमत रही कि महिला को ग्रामीणों ने समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया जिससे महिला की जान बच गई । ग्रामीणों में संदीप कुमार ,अजय कुमार ,राज कुमार ,किशन कुमार अनिल कुमार ,सुनील,कमलकिशोर, धर्मचंद ,धर्मेन्द्र ,कमलेश ,गिलमो ,राणों ,पिंकी ,पुन्नी ,लांबी देवी आदि ने मांग की है कि जल्द से जल्द भरुड़ी गाँव को सडक सुविधा से जोड़ कर लोगों को राहत प्रदान की जाये ।