*उपायुक्त विवेक भाटिया लर्निंग आउटकम को बढ़ाने की दिशा में पहले भी कर चुके हैं नई पहल **शिक्षा विभाग के साथ मिलकर चंबा जिला के शिक्षा परिदृश्य को बदलने को लेकर उठाए कई कदम
चंबा / 13 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
चंबा जिला जो केंद्र सरकार की एस्पिरेशनल जिला योजना में शामिल है ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल और प्रभावी कदम उठाए जाने के चलते नए आयाम स्थापित किए जा सकते हैं। प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा 25 जुलाई से 3 अगस्त तक चलाए गए विशेष ऑनलाइन नामांकन अभियान में चंबा जिला ने प्रदेश भर में पहली जगह बनाई है। चंबा जिला में 357 प्री प्राइमरी स्कूलों के लिए 2910 बच्चों का ऑनलाइन दाखिला हुआ। जबकि मंडी में 2401, सिरमौर में 971, किन्नौर में 441, बिलासपुर में 1184, शिमला में 2308, लाहौल स्पीति में 104, हमीरपुर में 908, ऊना में 1884 और सोलन में 675 बच्चों को विशेष ऑनलाइन नामांकन अभियान के तहत प्रवेश दिया गया। गौरतलब है कि उपायुक्त विवेक भाटिया की पहल पर इससे पहले भी बच्चों के लर्निंग आउटकम को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। इनमें परीक्षा मित्र एप के जरिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था के लिए बाकायदा सभी महत्वपूर्ण विषयों के विशेषज्ञ शिक्षकों की टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है। लर्निंग आउटकम को बढ़ाने के अलावा पढ़ाई के स्तर के हिसाब से क्रिटिकल घोषित स्कूलों में किए गए विशेष प्रयासों का ही नतीजा रहा कि इस बार चंबा जिला का जमा दो परीक्षा का ओवर ऑल परीक्षा परिणाम 65.41 फ़ीसदी रहा जो पिछले वर्ष के मुकाबले 13.67 फ़ीसदी अधिक था। पिछले वर्ष परीक्षा परिणाम 51.74 फ़ीसदी था। निजी स्कूलों के परीक्षा परिणाम के साथ ये परिणाम 66.51 बनता है।
चंबा जिला के प्री प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को बेहतरीन वातावरण और अन्य सुविधाएं देने को लेकर भी कार्य योजना के तहत शुरुआत हो चुकी है और इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। उपायुक्त विवेक भाटिया सप्ताहिक समीक्षा बैठकों में इस पर विशेष फोकस करते रहे हैं ताकि जिले के तमाम प्री प्राइमरी स्कूलों में सुविधाओं और वातावरण के लिहाज से समानता रहे। बच्चों के मनोरंजन और शिक्षा के लिहाज से दीवारों को खास और आकर्षक चित्रों के साथ सजाया गया है। जिला प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य राजेश शर्मा बताते हैं कि यह उपायुक्त विवेक भाटिया की निरंतर मॉनिटरिंग और उन शिक्षकों की मेहनत का परिणाम है जिन्होंने अभिभावकों की काउंसलिंग करके समूचे राज्य में चंबा जिला में सबसे अधिक दाखिले करवाए।