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चंबा जिला को मांग के अनुरूप उपलब्ध करवाए जाएंगे सेब के पौधे-महेंद्र सिंह ठाकुर

***बागवानी, कृषि और पशुपालन विभाग के अधिकारी फील्ड में  जाकर करें लोगों का मार्गदर्शन 

***सुनारा- लोथल- ब्रेही पेयजल योजना के संवर्धन पर खर्च होगी 6 करोड़  की राशि 

***गैहरा- लेच में अतिरिक्त स्रोत योजना के लिए भी मिलेगी दो करोड़ की राशि

चंबा / 08 नवम्बर  / न्यू सुपर भारत न्यूज़

चंबा जिला के बागवानों को उनकी मांग के अनुरूप बागवानी विभाग द्वारा सेब के पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे। विभाग के मुताबिक चंबा जिला में इस समय  20 हजार पौधों की जरूरत है। लेकिन यदि इससे ज्यादा की मांग हुई तो विभाग द्वारा उसे भी पूरा किया जाएगा। जल शक्ति, बागवानी, राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने यह बात आज भरमौर विधानसभा क्षेत्र के तहत सुनारा पंचायत में आयोजित 21वें जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि बागवानी, कृषि और पशुपालन विभाग के अधिकारी फील्ड में जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी योजनाओं और तकनीक को जब लोगों तक लेकर जाएंगे तो ही सही मायनों में उनका मार्गदर्शन होगा और वे योजनाओं से लाभान्वित हो सकेंगे। 


उन्होंने कहा कि प्रदेश को बागवानी विकास के माध्यम से आर्थिक तौर पर सुदृढ़ करने के लिए विश्व बैंक पोषित 1134 करोड़ रुपए की बागवानी विकास परियोजना कार्यान्वित की जा रही है। इसके अलावा 1688 करोड़ की हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना विशेषकर निचले क्षेत्रों में बागवानी विकास को लेकर चलाई जा रही है। विधायक जिया लाल कपूर द्वारा उठाई गई पेयजल की समस्याओं का जिक्र करते हुए महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सुनारा- लोथल- ब्रेही पेयजल योजना के संवर्धन के लिए 6 करोड़ की राशि उपलब्ध की जाएगी। इसके अलावा गैहरा- लेच अतिरिक्त स्रोत योजना के लिए भी दो करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होंने जल शक्ति विभाग को लोथल पंचायत में कूहल निर्माण का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए ताकि उसके लिए आवश्यक धनराशि जारी की जा सके। 

उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक घर को नल की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत यदि कुछ बस्तियां छूट जाएंगी उन्हें पेयजल की सुविधा देने के लिए एशियन विकास बैंक की भी एक परियोजना आ चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि अब यह फैसला लिया गया है कि जल शक्ति विभाग अब 25 हजार लीटर से कम क्षमता के भंडारण टैंक निर्मित नहीं करेगा। यह फैसला पेयजल की दीर्घकालिक मांग के मद्देनजर लिया गया है और इसके दूरगामी और सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि चंबा जिला में एनएचपीसी के अलावा निजी क्षेत्र में कई जल विद्युत परियोजनाएं संचालित हैं।

उन्होंने कहा कि विद्युत परियोजना प्रबंधन को स्थानीय लोगों के हितों को हर हाल में सुरक्षित करना होगा। लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के अलावा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए भी हर समय तत्पर रहना होगा। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि पंचायती राज चुनाव में ऐसे प्रतिनिधियों का चुनाव करें जो क्षेत्र का विकास करने में पूरी तरह से सक्षम हों। इससे पूर्व जल शक्ति मंत्री द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन करने के अलावा देवदार का पौधा भी रोपा गया।इस मौके पर भरमौर के विधायक जिया लाल कपूर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भरमौर विधानसभा क्षेत्र के गैर जनजातीय क्षेत्र में सड़कों के नेटवर्क में जो विस्तार हुआ है वह पहले कभी नहीं हुआ। जनमंच कार्यक्रम के दौरान 7 पंचायतों के लोगों द्वारा 67 मांगों और समस्याओं को प्रस्तुत किया गया।

जिनमें से अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। जनमंच कार्यक्रम में उपायुक्त डीसी राणा, पुलिस अधीक्षक अरुल कुमार, एसडीएम चंबा शिवम प्रताप सिंह, मुख्य अभियंता हिमाचल प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन मदन शर्मा अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण दिवाकर पठानिया, अधीक्षण अभियंता बिजली बोर्ड रुमेल सिंह ठाकुर, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति रोहित दुबे के अलावा विभिन्न विभागों के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

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