चंबा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन अस्पताल परिसर के बाहर निजी लैब में हुए टेस्टों का ब्यौरा करे प्रस्तुत- राकेश पठानिया
चंबा / 06 नवम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने पंडित जवाहरलाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज चंबा के प्रबंधन को निर्देश देते हुए कहा कि प्रबंधन यह ब्यौरा प्रस्तुत करे कि अब तक मेडिकल कॉलेज अस्पताल आने वाले कितने मरीजों को अस्पताल परिसर के बाहर की निजी लैब में टेस्ट करवाने के लिए भेजा गया। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि सभी आवश्यक टेस्ट अस्पताल परिसर में ही हों और उन्हें आयुष्मान व हिमकेयर योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने ये भी कहा कि इसकी भी जांच की जाए कि अस्पताल परिसर में उपलब्ध एसआरएल लैब में टेस्ट हुए या नहीं।
राकेश पठानिया ने ये निर्देश आज राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंबा के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय जन शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए समिति के गैर सरकारी सदस्य द्वारा रखी गई शिकायत पर जारी किए। इस मौके पर विधायक विक्रम जरयाल, पवन नैयर और जिया लाल कपूर के अलावा जिला मार्केट कमेटी अध्यक्ष डीएस ठाकुर, अनुसूचित जाति एवं जन जाति विकास निगम उपाध्यक्ष जय सिंह, उपायुक्त डीसी राणा, पुलिस अधीक्षक अरुल कुमार, अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल, वन अरण्यपाल ओपी सोलंकी,सहायक आयुक्त राम प्रसाद, जिले के एसडीएम व बीडीओ, विभागीय जिला अधिकारी और समिति के गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।उन्होंने कहा कि हालांकि चंबा मेडिकल कॉलेज कुछ वर्ष पूर्व ही शुरू हुआ है और इसे पूरी तरह से स्थापित होने में अभी समय लगेगा। लेकिन फिर भी मरीजों को निजी लैब में टेस्ट करवाने की नौबत नहीं आनी चाहिए। अस्पताल प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि अस्पताल में मौजूद लैब सुविधाओं में जो टेस्ट उपलब्ध हैं उनका पूरा लाभ मरीजों को अवश्य मिले। राकेश पठानिया ने बताया कि चंबा मेडिकल कॉलेज राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एमआरआई और सीटी स्कैन और सीटी स्कैन जैसी सुविधाएं भी जल्द उपलब्ध होंगी।
वन मंत्री ने यह भी कहा कि जन शिकायत निवारण समिति की बैठक को साल में तीन बार आयोजित किए जाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे ताकि जनसमस्याओं और शिकायतों का समाधान निरंतर होता रहे। उन्होंने बताया कि शिकायतों को ऑन लाइन भेजने के लिए भी आने वाले समय में मैकेनिज्म बनाया जाएगा। जिनकी समीक्षा वे स्वयं और उपायुक्त करते रहेंगे।
ग्रामीण विकास से जुड़े मुद्दे पर राकेश पठानिया ने कहा कि ग्रामीण विकास के विभिन्न पुराने और लम्बित कार्यों को प्राथमिकता देकर पहले पूर्ण किया जाए ताकि स्वीकृत बजट का सदुपयोग भी हो और लोगों को समय पर उनका लाभ भी मिल सके। गैर सरकारी सदस्यों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे संपर्क मार्गों की समस्या रखने पर वन मंत्री ने कहा कि छोटे संपर्क मार्ग अथवा एम्बुलेंस मार्ग के निर्माण कार्य को लोक निर्माण के बजाए ग्रामीण विकास विभाग तैयार करे।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा कन्वर्जेंस के साथ कई तरह के कार्य कार्यान्वित किए जा सकते हैं। ग्रामीण विकास विभाग और अन्य विभागों को इस दिशा में तत्परता के साथ कार्य करने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि भरमौर अस्पताल को प्रीफैबरीकेटेड तरीके से निर्मित करने को लेकर अपनी कार्य योजना तैयार करें ताकि भवन का कार्य जल्द पूरा हो सके। पधरी जोत को हिमाचल प्रदेश में शामिल करने को लेकर उठाए गए मुद्दे पर राकेश पठानिया ने कहा कि चंबा जिला प्रशासन पड़ोसी राज्य के जिला प्रशासन के साथ संयुक्त बैठक करके मामले को आगे बढ़ाने की कोशिश करे। उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि जिला प्रशासन आने वाले समय में इस दिशा में आवश्यक कदम उठाएगा।
वन भूमि पर हुए अतिक्रमण के एक मामले पर राकेश पठानिया ने कहा कि करीब तीन दशक पूर्व जो क्षेत्र वन भूमि में शामिल हुए थे उनकी राजस्व रिकॉर्ड में उपयुक्त एन्ट्री करवाना सुनिश्चित किया जाए ताकि अतिक्रमण के मामले पर वन विभाग यथोचित कार्यवाही अमल में ला सके। जिले में कार्यान्वित हुई विभिन्न परियोजनाओं की पुरानी परिसंपत्तियों को अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग में लाने के मुद्दे पर वन मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा किएसडीएम अपने कार्य क्षेत्र में उन पुराने व अनुपयोगी भवनों की सूची तैयार करें जो जर्जर अवस्था में हैं। ऐसे भवनों को गिरा कर उनकी जगह नए भवन तैयार करके अन्य विभागीय कार्यों में उपयोग किया जा सकता है। जो भवन मरम्मत योग्य हैं उनकी मरम्मत करवाकर उनका लाभ लेने को लेकर संबंधित एसडीएम अपने स्तर पर पर कार्य योजना तैयार करें। भांदल क्षेत्र के युवाओं के लिए बेहतर खेल मैदान की सुविधा उपलब्ध करने को लेकर उठाए गए मुद्दे पर राकेश पठानिया ने युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि भांदल सीनियर सैकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर युवा सेवाएं व खेल विभाग खेल मैदान विकसित करने की कार्य योजना जल्द तैयार करने का काम शुरु करे। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खज्जियार में रेहड़ी-फड़ी को इस तरह से व्यवस्थित करने की जरूरत है जिससे पर्यटकों को पार्किंग की समस्या से ना जूझना पड़े। पेयजल भंडारण टैंकों के निर्माण व मरम्मत की समस्याओं को लेकर राकेश पठानिया ने जल शक्ति विभाग को कहा कि विभाग प्रीफैबरीकेटेड भंडारण टैंकों के निर्माण की सभी संभावनाओं पर भी कार्य करे। मौजूदा समय में इस तरह की टेक्नोलॉजी उपलब्ध है। इससे विशेषकर उन क्षेत्रों को लाभ मिलेगा जहां वर्किंग सीजन भौगोलिक परिस्थितियों और जलवायु के चलते साल भर में अन्य क्षेत्रों के मुकाबले कम होता है।
वन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए की सदस्य द्वारा रखी गई शिकायत पर उनके द्वारा जो स्टेटस रिपोर्ट बनाई जाती है उसकी प्रति उन्हें भी भेजी जाए। इसके अलावा विभाग यह भी सुनिश्चित करे कि संबंधित विधायक और समिति सदस्य को भी स्टेटस रिपोर्ट दें। उन्होंने बाथरी- सुंडला- लंगेरा सड़क के अपग्रेडेशन कार्य को दोबारा शुरू करने और सलूणी- भांदल क्षेत्र में मौजूद पर्यटन की संभावनाओं पर कार्य करने के भी निर्देश दिए। तीसा विकासखंड के तहत एक पंचायत प्रधान के रिकवरी मामले को लेकर समिति सदस्य द्वारा उठाए गए सवाल पर वन मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि जिला पंचायत अधिकारी और खंड विकास अधिकारी इसकी दोबारा जांच करके 3 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट उपायुक्त को प्रस्तुत करेंगे। राकेश पठानिया ने संतोष जाहिर करते हुए कहा कि समिति सदस्यों द्वारा रखी गई विभिन्न शिकायतों में से करीब 75 फ़ीसदी शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि विभागीय अधिकारी समिति सदस्यों के समक्ष सही वस्तुस्थिति रखें और समाधान निकालने के सभी यथासंभव प्रयास करें। राकेश पठानिया ने हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक को विशेष तौर से भटियात क्षेत्र में बस सेवा से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के भी निर्देश दिए। वन मंत्री ने चंबा से भरमौर सड़क मार्ग के अपग्रेडेशन कार्य की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए नेशनल हाईवे के अधिकारियों को निर्माण कार्य को और तेजी देने के लिए कहा। बैठक के दौरान 79 पुराने जबकि 36 नए मुद्दों पर विभागों द्वारा की गई कार्रवाई की
समीक्षा की गई।