बिना पर्ची दवा देने वाले विक्रेताओं पर प्रशासन का शिकंजा, पांच दुकानदारों के लाइसेंस सस्पेंड
ऊना / 19 मई / न्यू सुपर भारत
ऊना में बिना डॉक्टर की पर्ची के एंटी कोविड दवाएं बेचने वाले दवा विक्रेताओं पर जिला प्रशासन ऊना ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन के आदेशों पर ड्रग इंस्पेक्टर ऊना विकास ठाकुर के नेतृत्व में डमी ग्राहकों को ऊना में 10 दवा विक्रेताओं के पास बुखार व एंटी बायोटिक सहित अन्य दवाएं खरीदने के लिए भेजा गया। इस ऑपरेशन में 5 दवा विक्रेताओं ने बिना पर्ची के दवाएं बेची, जिस पर जिला प्रशासन ऊना ने कड़ा संज्ञान लिया तथा ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी से उनके लाइसेंस सस्पेंड करने की अनुशंसा की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि डिफाल्टर 5 दवा विक्रेताओं में से एक का लाइसेंस 20 व 21 मई तारीख यानी दो दिन के लिए निलंबित किया गया है, जबकि अन्य चार के लाइसेंस 21 व 22 मई को दो दिन के लिए सस्पेंड किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने आदेश जारी कर दिए हैं।
राघव शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से दवा विक्रेताओं को बिना पर्ची दवाएं न बेचने के निर्देश पूर्व में जारी किए गए थे, ताकि लोग लक्षणों को छुपाकर बिना डॉक्टरी सलाह के दवाएं न लें। ऐसा देखने में आया है कि कुछ लोग बिना किसी जांच के अपने आप दवा विक्रेताओं से दवाएं ले रहे हैं तथा बाद में तबीयत बिगड़ने पर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं, जिससे उनकी जान बचाने में मुश्किल हो रही थी। ऐसे में ऊना में एक ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया।
डीसी ने सभी दवा विक्रेताओं से एक बार पुनः अनुरोध किया कि वह बिना डॉक्टर की पर्ची के दवा न बेचें तथा जिला प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन समय-समय पर इस तरह के ऑपरेशन करता रहेगा और डिफाल्टर्स के विरुद्ध भविष्य में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से भी लक्षणों को न छुपाने तथा सही समय पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच कराने की अपील की है।