बिलासपुर / 04 दिसम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ कोविड-19 कोरोना वायरस का प्रभाव प्रदेश में धीरे-धीरे बढ़ रहा है जोकि एक चिंता का विषय है इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने अनिवार्य है ताकि इस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। यह बात खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने कोविड-19 की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुख्यमंत्री गम्भीर है और निरंतर इस पर नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के शुरूआती दौर में इसके संक्रमण को फैलने से रोकने और इससे बचाव में काफी सफलता मिली, लेकिन अब निरंतर बढ़ रहे मामलें चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि लोगों को इस महामारी के प्रभाव से बचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाए गए है और इन्हें धरातल पर लागू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन नियमों का धरातल पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जो भी सैक्टर अधिकारी नियुक्त किए गए है, वे औपचारिकताएं न निभाएं अपितु अपनी ड्यूटी का कर्तव्यनिष्ठा से निर्वहन करें और लोगों के बीच में इस प्रकार का वातावरण तैयार करें कि वे कोविड-19 के नियमों का पालन करें, ताकि प्रदेश को इस महामारी से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित क्षेत्र के सैक्टर अधिकारी निरीक्षण के दौरान क्षेत्रों की फोटो और वीडियो व्हाटसऐप ग्रुप में शेयर करें ताकि उस क्षेत्र की वास्तविक स्थिति के बारे में पता चल सके। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोताही के लिए उस क्षेत्र का सैक्टर अधिकारी इसके लिए जिम्मेवार होगा।
उन्होंने कहा कि सैक्टर अधिकारी लोगों को कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए लोगों के साथ मनोविज्ञानिक तरीके से और आवश्यक कदम उठाकर नियमों का कड़ाई से पालन करने, सही ढंग से मास्क पहनने, उचित सामाजिक दूरी, बार-बार हाथ धोने के लिए प्रेरित करें, यदि कोई व्यक्ति नियमों को मानने में आना-कानी करता है तो कड़े कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का जीवन अमूल्य है और इस महामारी से बचाव के लिए प्रशासन सख्त कदम उठाने से भी परहेज न करें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यदि किसी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़ता है तो वे इसके लिए उपायुक्त, एसडीएम के साथ-साथ उनसे से भी सम्पर्क कर सकते है।
उन्होंने कहा कि कंटेमेंट जोन में कोविड-19 के नियमों को सही ढंग से लागू करने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग लेना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि हिम सुरक्षा अभियान के अंतर्गत प्रथम सप्ताह में जिला के लगभग 70 हजार लोगों का निरीक्षण किया गया है जिसमें पांच बीमारियों के लिए लोगों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिम सुरक्षा अभियान को सफल बनाने के लिए ब्लाॅक स्तर पर पर समीक्षा बैठक आयोजित करें तथा इस कार्य के लिए जो भी टीमें तैनात की गई है उनपर भी नजर रखें कि वे नियमित रूप से इस कार्य को निभा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि टीमों को इस दौरान किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े इसका भी पूर्ण रूप से ध्यान रखें तभी यह अभियान सफल होगा।
इस मौके पर उपायुक्त रोहित जम्वाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशो का कड़ाई से अनुपालना की जा रही है ताकि इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने बताया कि जिला को 14 सैक्टरों में बांटा गया है और इसके लिए 14 सैक्टर अधिकारी नियुक्त किए गए है और नियमों की अनुपालना करने बारे जागरूक किया जा रहा है तथा न करने वालो के विरुद्ध कड़ाई से निपटा जा रहा है।
सीएमओ डाॅ. प्रकाश दडोच ने बताया कि जिला में अब तक 31 हजार 815 कोविड-19 के सैंपल लिए जा चुके है जिसमें 2 हजार 223 पाॅजिटिव मामले है और 396 मामले एक्टिव है तथा 1808 लोग ठीक हो चुके है।
बैठक में एडीसी तोरूल रवीश, एएसपी अमित शर्मा, एसडीएम रामेश्वर दास, शशिपाल शर्मा, विकास शर्मा के अतिरिक्त समस्त बीएमओ उपस्थित रहे।