पर्याप्त पोषण, प्यार भरा व तनाव मुक्त माहौल तथा सही देखभाल बच्चों के पूर्ण विकास में सहयोगी- विकास शर्मा
बिलासपुर / 24 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
राष्ट्रीय पोषण अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभाग अपना बहुमुल्य सहयोग प्रदान करें ताकि कोई भी शिशु तथा किशोर/किशोरी कुपोषण का शिकार न हो सके।
यह बात एस.डी.एम. विकास शर्मा महिला एवं बाल विकास विभाग झंडुत्ता के सौजन्य से आयोजित पोषण माह पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आमजन को पोषण की मूल अवधारणा से अवगत करवाने तथा लक्षित वर्गों को जागरूक बनाने के उद्देश्य से सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पोषण माह में राष्ट्रीय पोषण मिशन के लक्ष्यों को पूर्ण करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस अभियान का मूल उदे्श्य किशोर-किशोरी, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को निर्धारित पोषण के विषय में जागरूक करना तथा उन्हें उचित पोषण उपलब्ध करवाना है। उन्होंने इस अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि इस अभियान में स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि, शिक्षण सस्ंथान तथा अन्य सम्बन्धित विभाग अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को पोषण के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए बच्चों की वृद्धि समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले एक हजार दिनों में तेजी से बच्चें का शारीरिक व मानसिक विकास होता है, इसमें गर्भावथा की अवधि से लेकर बच्चों के जन्म से 2 साल तक की उम्र तक की अवधि शामिल है। उन्होंने बताया कि इस दौरान बेहतर स्वास्थ्य, पर्याप्त पोषण, प्यार भरा व तनाव मुक्त माहौल तथा सही देखभाल बच्चों के पूर्ण विकास में सहयोगी होता है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी नरिंदर कुमार ने बताया कि पोषण माह, 2020 का विषय कुपोषित बच्चों की पहचान और उनकी देखभाल करना है व पोषण वाटिका (नुट्री गार्डन) को बढ़ावा देने के लिए पौधा रोपण का अभियान चलाना है। गांव स्तर पर सामुहिक सहभागिता एवं विभिन्न विभागों के समन्वय से सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका को स्थापित किया जाएगा। पोषण अभियान में पोषण के 5 सूत्र के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा आशा वर्कर 6 वर्ष तक के बच्चों व 11 से 18 वर्ष तक की किशोरियों का स्वास्थ्य संबंधी घर-घर जाकर पोषण तथा स्वच्छता के बारे में जागरूक करेंगे।
इस अवसर पर जिला समन्वयक पोषण अभियान रुचिका ठाकुर, डॉ पारस सहगल, आयुर्वेद डॉ. प्रियंका परमार, खण्ड समन्यवक पोषण अभियान डॉ. प्रीति सुधा, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक सोमा देवी, प्राथमिक खण्ड शिक्षा अधिकारी रत्नी देवी उपस्थित रहे।