बिलासपुर / 19 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ. प्रकाश दरोच ने बताया कि होम आइसोलेशन में उन्हीं कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों को रखा जाएगा जिनमें कोविड-19 का कोई भी लक्षण ना हो या हल्के लक्षण हो तथा मरीज की आयु 60 वर्ष से कम हो और उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, दमा, क्रॉनिक लिवर, गुर्दे की बीमारी, एचआईवी, कैंसर, सॉरी ब्रो वैस्कुलर रोग आदि से ग्रसित ना हो।
उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन के लिए निवास पर मरीज के लिए अलग से शौचालय एवं हवादार कमरे की सुविधा होनी चाहिए। रोगी अपने स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए और नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की स्थिति को निगरानी अधिकारी को सूचित करने के लिए सहमत हो।
उन्होंने बताया कि रोगी के घर के बाहर होम आइसोलेशन का बोर्ड लगाया जाएगा तथा रोगी को होम आइसोलेशन के लिए लिखित रूप से सहमति पत्र देना होगा और घर पर कोई भी 60 वर्ष से अधिक आयु का व्यक्ति नहीं होना चाहिए तथा दर्शाई गई बीमारियों में से कोई भी बीमारी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मरीज के लिए घर पर 24 घंटे 7 दिन मदद के लिए देखभाल करवाना होना चाहिए जिसकी उम्र 18 से 55 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि देखभाल करता यदि महिला है तो वह गर्भवती नहीं होनी चाहिए। मरीज को कम से कम 2 बार सुबह और शाम अपने स्वास्थ्य का परीक्षण करना होगा, अगर मरीज का तापमान 100 से ज्यादा हो या पल्स 24 प्रति मिनट से अधिक हो तो इसकी सूचना 104 अथवा चिन्हित शिक्षा अधिकारी, निगरानी अधिकारी को तुरंत दें।
उन्होंने बताया कि मरीज हमेशा ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क पहनेे। होम आइसोलेशन के दौरान अपने कमरे में ही रहे घर के अन्य कमरों में ना जाएं और अपने कमरे की खिड़कियां खुली रखें ताकि आपको ताजी हवा मिल सके। हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक साफ करें या फिर अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से साफ करें। मरीज आइसोलेशन के दौरान शराब ना पीएं और धूम्रपान न करें। उन्होंने बताया कि मरीज अपनी दिनचर्या में योग व व्यायाम सम्मिलित करें और चिकित्सक के निर्देशानुसार दवाइयों का सेवन करें।
उन्होंने बताया कि पॉजिटिव आने के 10 दिनों के बाद मरीज के कोविड-19 के प्रति पुनः जांच की जाएगी यदि जांच में वह नेगेटिव आता है तो उसे आगे 7 दिन के लिए होम आइसोलेशन में रहना होगा यदि जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसकी पुनः जांच 5 दिन के उपरांत होगी। उन्होंने बताया कि मरीज घर के अन्य सदस्यों से मेलजोल ना करें तथा मरीज और देखभाल करने वाले को अपने फोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करनी पड़ेगी।