बिलासपुर / 15 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के अंतर्गत जिन लोगों को (आईएलआई) मौसमी बुखार खासीं और जुखाम जैसे लक्षण हों वो नजदीक के कोरोना टैस्टिंग केन्द्र में जाकर अपना कोरोना टैस्ट जरुर करवाएं और एक-दूसरे के नजदीक न जाएं और घर पर भी पूरी एहतियात बरतें। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला में आर.एच. बिलासपुर, सिविल अस्पताल घुमारवीं, मारकण्ड, घवांडल, सामुदायक स्वास्थ्य केन्द्र झण्डूता तथा बरठी में कोरोना टैस्ट किए जाते हैं। जहा भी जिसको नजदीक पडता हो वहां जाकर कोरोना के लिए टैस्ट आवश्य करवाएं।
उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला में आर.एच. बिलासपुर, सिविल अस्पताल घुमारवीं, मारकण्ड, घवांडल, सामुदायक स्वास्थ्य केन्द्र झण्डुता तथा बरठी में कोरोना टैस्ट किए जाते हैं। जहां भी जिसको नजदीक पडता हो वहां जाकर कोरोना के लिए टैस्ट आवश्य करवाएं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ. प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला से आज 126 लोगों के सैंपल कोविड-19 के लिए लैव जांच के लिए आई.जी.एम.सी. शिमला भेजे गए हैं। जिला बिलासपुर में कोरोना-19 संक्रमण की जांच रैपिड एंटीजन टैस्टिंग प्रणाली शुरू की गई है। यह टेस्टिंग प्रणाली कोरोना बीमारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत काम आएगी तथा भविष्य में इसमें वदलाव लाएगी।
सरकार के आदेशानुसार जो लोग हाई-लोड क्षेत्र से आ रहे हैं, उन्हें इनस्टीचयूशनल क्वारनटाईन में रखा जा रहा है 6-7 दिनों के अन्दर उनका कोरोना टैस्ट किया जा रहा है और नैगेटिव आने पर ही उन्हें 7 दिन घर क्वारनटाईन में भेजा जा रहा है। जो लोग पाॅजीटिव हो रहे है उन्हें कोविड केयर सैंटर में रखा जाता है या उन्हें घर होम क्वारनटाईन में भेजा जाता है वहीं उनका इलाज विभाग द्वारा किया जाता है यदि उनके घर में सुविधा हो तब और उन्हें कोविड के हर नियम का पालन करना होगा। अन्यथा कोविड केयर सैंटर में ही इलाज होता हैं।
उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि जो व्यक्ति होम क्वारनटाईन में है उसका कोरोना टैस्ट होने के बाद वह तब तक घर में ही रहे जब तक उसकी रिपोर्ट न आ जाए। उल्लघंन करने पर नियामानुसार कडी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जो व्यक्ति पहले से ही होम क्वारनटाईन में है वह घर से बाहर न निकलें ताकी कोरोना न फैले। अगर कोई व्यक्ति इसका उल्लघंन करता है तो उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग पुलिस विभाग व जिला प्रसासन को दें। उन्होंने बताया कि कोविड-19 में जिला प्रशासन/स्वास्थ्य विभाग दिशा निर्देशों के अनुसार पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने जनता से अनुरोध किया है कि किसी भी कोरोना प्रभावित से भेदभाव न करें उनके साथ अच्छा व्यवहार करे और हर तरह से उनकी मदद करें क्योंकि ठीक होने पर वे आम लोगों की तरह
स्वस्थ हो जाते हैं वे फिर किसी को संक्रमण नहीं फैलाते वाकी सावधानी हर तरह से जरुरी है।
उन्होंने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जाकर बताएं अगर वो कोरोना टैस्ट के लिए कहें तो उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य संस्थान में जाकर अपना टैस्ट अवश्य करवाएं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी आदेशो के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य कर दिऐ है घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य तथा सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दण्डनीय अपराध है, हम सबको इन बातों का पालन करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस (कोविड-19) के बारे में सभी को पूर्ण ज्ञान होना बहुत जरुरी है। इसके क्या लक्षण हैं, इसके बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में संक्रमण के जरिए फैलता है। कोराना वायरस के लक्षण बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ मुख्य हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए हमें क्या करना
चाहिए-सामाजिक दूरी बनाए रखें, अपने हाथों को साबुन व पानी से दिन में बार-बार कम से कम 20 सैकेंड तक अवश्य धोऐं या सेनीटाइजर का उपयोग करें, खांसते व छिंकते समय नाक और मुंह रुमाल, टिशू पेपर व अपने बाजू की कोहनी से ढककर रखें, इस्तेमाल किये हुए मास्क का उपयोग एक बार में 4-6 घण्टे ही करें इस्तेमाल के बाद उसे क्लोरिन घोल में डालने के बाद बंद कूडेदान में
डाल दें, जिन व्यक्तियों को सर्दी या फलू के लक्षण हों उनसे कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें, पर्याप्त मात्रा में नींद लें और आराम करें, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ और पोषक आहार लें, साफ-सफाई का खास ख्याल रखें, अंडे व मांस के सेवन से बचे या अच्छी तरह पकाकर खांऐं, या़त्रा
करने से बचें यदि की है तो पूरी जानकारी प्रसाशन को दें, कंटेनमैंट जोन में लौकडाउन का सही पालन करें, अपने मोबाईल को सैनिटाइज करें, अपने कार्यस्थल, कुर्सियों आदि को साफ करें, अपने बालों को प्रतिदिन अवश्य धोएं, प्रतिदिन गीले वस्त्रों को धूूप में सुखाएं तथा दरवाजों के हैंडल
ताले, स्विच आदि को छूने से परहेज करें, यदि आप में बुखार, जुखाम, खांसी या सर्दी लगने के लक्षण हैं तो सबसे पहलें घर पर ही आईसोलेट जगह पर रहें और डाॅक्टर को दिखाएं। कोरोना की अधिक जानकारी हेतु सभी अपने मोबाईल में आरोग्य सेतू ऐप डाउन लोढ कर प्रयोग करें।
उन्होंने बताया कि करोना से बचने के लिए हमें क्या नही करना चाहिए:- गंदे हाथों से नाक, मुंह अथवा आंखों को न छुंएं, किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाएं, न गले लगाएं, सार्वजनिक स्थानों पर खुले में न थूके, बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंके, खुले में रखी किसी चीज का स्पर्श न करें और न ही किसी चीज को अनावश्यक हाथ लगाएं, जानवरों के संपर्क में आने से बचें, सार्बजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने
से बचें, बिना मास्क पहने बाहर न निकलें, अस्पतालों में बहुत ही जरुरी होने पर जाएं, अनावश्यक भीड न करें, अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही अफवाहें फैलाए।