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नई तकनीक से होगी कोरोना की जांच अब नहीं करना होगा मरीज को इंतजार

मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रकाश दरोच

*अब 15 से 30 मिनट तक सभी मरीजों की रिपोर्ट आ जाएगी

बिलासपुर / 11 सितम्बर / सुरेन्द्र जम्वाल

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मुख्य चिकित्साअधिकारी डॉक्टर प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना-1 9संक्रमण की जांच के लिए रैपिड एंटीजन टैस्टिंग प्रणाली शुरू की गई है।

उन्होंने बताया कि यह टेस्टिंग प्रणाली कोरोना बीमारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत काम आएगी  रैपिड एंटीजन टेस्ट किट के जरिये नाक में एक पतली सी नली से सैंपल लिया जाता है नाक से लिए गए उस लिक्विड को टेस्ट किट में डाला जाएगा और यह किट थोड़ी देर ही बता देगी कि जिस का सैंपल डाला गया है वह करोना वायरस सेसंक्रमित है या नहीं। यह इस तरह की होती है जैसे प्रेगनेंसी टेस्ट किट होती है। सैंपल लिक्विड डालने के बाद दो रेड लाइन आती है तो इसका मतलब हैकि व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होता है। एक लाइन आती है तो करोना नेगेटिव है फिर भी नेगेटिव वाले लोगों में अगर फ्लू संबंधी लक्षण हो तो उन्हें दूसरा आईटी -पीसीआर टेस्ट करवाना जरूरी होता है।

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इस रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट के लिए मरीज को अब 1 से 2 दिन का इंतजार नहीं करना पड़ता था  इसकी रिपोर्ट मात्र 15 से 30 मिनट में आ जाती है  उन्होंने बताया कि जिस भी व्यक्ति के  सैंपल की रिपोर्ट नहीं आती तब तक वे समुदाय में नहीं जाएंगे तथा होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे। अगर कोई इसकी अवहेलना करता है तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। रैपिड एंटीजन टेस्ट सरकार की तरफ से अभी कंटेनमेंट जोन मे क्ररोना संकर्मित व्यक्ति केकांटेक्ट में आए हुए लोगों के लिए जिनको फ्लू संबंधी लक्षण पाए जाते हैं या बिना लक्षण के लोग जिनमें कोमोरबिडिटी जैसे सांस की दिक्कत, हृदय संबंधी रोग यकृत संबंधी रोग गुर्दे संबंधी रोग, शुगर, कैंसर आदि सेग्रसित लोग और हेल्थ के फ्रंटलाइन वायरस जिनको कोरोना वायरस संक्रमण होने की संभावना रहती है, के लिए ही इजाजत दी गई है। 

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