विधायक सुभाष ठाकुर ने कोविड-19 कोरोना वायरस चर्चा पर अपना वक्तव्य रखा
बिलासपुर / 8 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने आज विधानसभा सत्र में कोविड-19 कोरोना वायरस पर चर्चा करते अपना वक्तव्य रखा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 एक वैश्विक महामारी है जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है।
भारत देश जिसकी 130 करोड़ की आबादी है, प्रधानमंत्री ने जनता कफ्र्यू लगाया लाॅकडाउन किया जिसे देश की आमजनता ने समर्थन दिया। इसी प्रकार राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बीजेपी के सारे कार्यकर्ता को कहा कि इस दौरान कोई भी प्रवासी मजदूर, गरीब व्यक्ति भूखा न रहे और सभी मास्क पहने और सामाजिक दूरी बनाए रखें तथा आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करें। इसी प्रकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फ्रंट लाईन पर इसका नेतृत्व करते हुए प्रदेश से कोरोना महामारी को बड़ी ही संजीदगी के साथ सभी लोगों को विश्वास में लेकर कार्य किया जिसके फलस्वरूप 3 मई तक हिमाचल प्रदेश में केवल एक मामला ही कोरोना का पाॅजिटिव आया था।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कुल एक्टिव केस 7415 हैं और कोरोना से ठीक हुए 5184 लोग हैं। उन्होंने कहा कि 55 लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि जो पीपी किटें यहां नहीं बनती थी अब भारत में ही बनने शुरू हुई हैं, जिसमें भारत अब नम्बर 1 पर है।
उन्होंने कहा कि कोरोना एक ऐसी महामारी है जिसका किसी के पास ईलाज नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि एहतियात बरतेगें तो इससे बचे रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 16 हजार आशा वर्करज और स्वास्थ्य कर्मियों को डियूटी पर लगाया गया और उन्होंने गांव-गांव में जाकर लोगों को इस महामारी के प्रति जागरूक और शिक्षित किया तथा लोगों के मन से कोरोना महामारी के भय को दूर किया।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर अभियान चलाकर कोरोना महामारी और फलू से प्रभावित लोगों को चिन्हित किया गया। यह कार्य पंचायत से ग्रामीण स्तर तक किया गया जिससे लोगों ने महसूस किया कि राज्य सरकार प्रदेश वासियों के लिए चितिंत। उन्होंने कहा कि अब लोग कोरोना महामारी से बचने के लिए एहतियात बरत रहे हैं और सामाजिक दूरी और मास्क का प्रयोग करके अपने कार्यों को कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर सदर में 39200 खाने के पैकेट, 8600 सूखा राशन की किटें, 55 हजार मास्क वितरित किए गए। 43200 लोगों ने आरोग्य सेतु एप को डाऊनलोड किया है, 6 स्थानों पर लंगर की व्यवस्था की गई, 25 क्वारनटीन केन्द्र बनााए गए थे और 22 सामाजिक संगठनों से भी समर्थन मिला जिन्होंने लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक भी किया।
उन्होंने कहा कि कोरोना के दौर में मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों से बस, रेलवे और हवाई यात्रा के माध्यम से लगभग ढाई लाख लोगों को हिमाचल प्रदेश में घर वापिस लाया। वे सभी हिमाचल प्रदेश के लोगों के रिश्तेदार और बच्चें थे। उन्होंने कहा कि कोरोना की महामारी में हम सभी एकजुट होकर देश के लिए कार्य करें और राजनीति से उपर उठकर कोरोना से निपटने के लिए सहयोग प्रदान करें।