बिलासपुर / 27 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला समन्वयक समिति 7वीं आर्थिक गणना राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय(डवैच्प) भारत सरकार के माध्यम से 7वीं आर्थिक गणना का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस कार्य को बिलासपुर में भी किया गया। उन्होंने बताया कि आर्थिक गणना का क्षेत्रीय कार्य काॅमन सर्विस सैंटर द्वारा नियुक्त 510 डाटा वाॅरियर्स जिसमें 355 प्रगणक व 155 पर्यवेक्षकों द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि आर्थिक गणना में जिला के अंदर स्थित आवासों/प्रतिष्ठानों/उद्योगों/कारखानों उद्यमों/इकाइयों व काम धंधों की गणना की गई जिसमें मुख्य रूप से आर्थिक गतिविधियों के संचालन से सम्बन्धित सूचनाएं एकत्रित की गई। उन्होंने बताया कि 7वीं आर्थिक गणना का क्षेत्रीय कार्य जिला बिलासपुर में प्रदेशभर के सभी जिलों में सबसे पहले मार्च, 2020 में पूरा कर लिया गया। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय कार्य जिला की समस्त 151 ग्राम पंचायतों के 1061 गांव व 4 शहरी क्षेत्रों बिलासपुर, घुमारवीं, तलाई व श्री नैना देवी जी जिनके 45 खण्ड बनाए गए है में किया गया।
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के अंतिम आकड़ों के अनुसार कुल 163054 ई.सी. हाउसिंग (म्दनउमतंजमक भ्वनेमे) कवर किए गए हैं जिनमें 94700 आवासीय तथा 15343 व्यापारिक व 53011 अन्य ई.सी. हाउसिंग शामिल है।
उन्होंने बताया कि आर्थिक गणना क्षेत्रीय कार्य के उपरांत पर्यवेक्षक स्तर-2 का पर्यवेक्षण कार्य जिला सांख्यिकी कार्यालय बिलासपुर द्वारा किया जा रहा है जिसे तीन चरणों में पूरा किया जाना है जिसमें प्रथम चरण का पर्यवेक्षक कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षण का कार्य तीनों चरणों में पूरा होने पर कार्य की रिपोर्ट (ग्रामीण/शहरी) संवीक्षा उपरांत जिला स्तरीय समन्वय समिति 7वीं आर्थिक गणना द्वारा सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (डवैच्प) को सौंपी जाएगी।
उन्होंने जिला बिलासपुर के समस्त ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के व्यवसायी व आम नागरिकों से अपील कि है की 7वीं आर्थिक गणना के पर्यवेक्षण हेतु जिला सांख्यिकी कार्यालय के अधिकारियों को अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।