बिलासपुर / 11 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला से अब तक 7457 लोगों के सैंपल ब्व्टप्क्.19 की जांच के लिए आई.जी.एम.सी. लैब शिमला भेजे गए, उनमें से 7157 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 148 की रिपोर्ट पाॅजिटीव आई है। 158 सैंपल आज भेजे गए जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। 80 लोग अभी तक कोरोना से निजात पा चूके हैं। 68 का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों का आना जाना लगातार जारी है। सभी लोगों की बाॅर्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और सरकार के आदेशानुसार जो लोग हाई-लोड क्षेत्र से आ रहे हैं उन्हें इन्स्टीचयूशनल क्वारनटाईन में रखा जा रहा है और 5 से 7 दिनों के अन्दर उनका कोरोना टैस्ट किया जा रहा है और नैगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारनटाईन में भेजा जा रहा है, और बाकी को डाॅक्टर की अनुमति के हिसाब से उनका क्वारनटाईन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में कोविड-19 के लिए जाने वाले सैंपल की औसत 19.2 प्रति हजार व्यक्ति है जबकि कि राष्ट्रीय औसत 17.4 है। उन्होंने बताया कि सैंपल की औसत से प्रदेश में जिला बिलासपुर छठे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में जिन लोगों को संस्थागत संगरोध में रखा जाता है उनका प्रतिदिन चिकित्सा अधिकारी तथा हैल्थ सुपरवाईजर द्वारा निरीक्षण किया जाता है, इसी प्रकार गृह संगरोध में रखे गए लोगों के स्वास्थ्य का निरीक्षण प्रतिदिन दो बार स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा आशा कार्यकर्ता द्वारा किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य हेतु इन स्वास्थ्य अधिकारी/कर्मचारियों को सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएं
जैसे मास्क, गल्बज, सैनिटाईजर इत्यादि दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में सैंपल लेने की व्यवस्था हिमाचल प्रदेश सरकार के नियमों के अनुसार योजनाबद्ध तरीके से की जा रही है तथा इसके बारे में समय-समय पर मिडिया को भी अवगत करवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि संस्थागत तथा गृह संगरोध के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति होम क्वारनटाईन में है वे कोरोना टैस्ट होने के बाद तब तक घर में ही रहे जब तक उसकी रिपोर्ट न आ जाए। जो व्यक्ति पहले से ही होम क्वारनटाईन में है वह घर से बाहर न निकलें ताकि कोरोना न फैले। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति इसका उल्लघंन करता है तो उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग पुलिस विभाग व जिला प्रशासन को दें।
उन्होंने जनता से अनुरोध किया है कि किसी भी कोरोना प्रभावित से भेदभाव न करें उनके साथ अच्छा व्यवहार करे और हर तरह से उनकी मदद करें क्योंकि ठीक होने पर वे आम लोगों की तरह स्वस्थ हो जाते हैं वे फिर किसी को सक्रमण नहीं फैलाते अन्य सावधानियां हर तरह से जरुरी है।
उन्होंने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जाकर बताएं अगर वो कोरोना टैस्ट के लिए कहें तो उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य संस्थान में जाकर अपना टैस्ट अवश्य करवाएं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी आदेशो के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य है, घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य तथा सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दण्डनीय अपराध है, सभी को इन बातों का पालन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कोराना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के जरिए फैलता है। कोराना वायरस के लक्षण-बुखार-खांसी-सांस लेने में तकलीफ मुख्य हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखें, अपने हाथों को साबुन व पानी से दिन में बार-बार कम से कम 20 सैकिंड तक अवश्य धोऐं या सेनीटाइजर का उपयोग करें, खांसते व छिंकते समय नाक और मुंह रुमाल, टिशू पेपर व अपने बाजू की कोहनी से ढककर रखें, इस्तेमाल किये हुए मास्क का उपयोग एक बार में 4-6 घण्टे ही करें इस्तेमाल के बाद उसे क्लोरिन घोल में डालने के बाद बंद कूडेदान में डाल दें, जिन व्यक्तियों को सर्दी या फलू के लक्षण हों उनसे कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें, पर्याप्त मात्रा में नींद लें और आराम करें, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ और पोषक आहार लें, साफ-सफाई का खास ख्याल रखें, अंडे व मांस के सेवन से बचे या अच्छी तरह पकाकर खांऐं, या़त्रा करने से बचें यदि की है तो पूरी जानकारी प्रसाशन को दें, कंटेनमैंट जोन में लौकडाउन का सही पालन करें, अपने मोबाईल को सैनिटाइज करें, अपने कार्यस्थल, कुर्सियों आदि को साफ करें, अपने बालों को प्रतिदिन अवश्य धोएं, प्रतिदिन गीले वस्त्रों को धूूप में सुखाएं तथा दरवाजों के हैंडल ताले, स्विच आदि को छूने से परहेज करें, यदि आप में बुखार, जुखाम, खांसी या सर्दी लगने के लक्षण हैं तो सबसे पहलें घर पर ही आईसोलेट जगह पर रहें और डाॅक्टर को दिखाएं।
उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए हमें क्या नहीं करना चाहिए- गंदे हाथों से नाक, मुंह अथवा आंखों को न छुंएं, किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाएं, न गले लगाएं, सार्वजनिक स्थानों पर खुले में न थूके, बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंके, खुले में रखी किसी चीज का स्पर्श न करें और न ही किसी चीज को अनावश्यक हाथ लगाएं, जानवरों के संपर्क में आने से बचें, सार्बजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें, बिना मास्क पहने बाहर न निकलें, अस्पतालों में बहुत ही जरुरी होने पर जाएं, अनावश्यक भीड न करें, अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही अफवाहें फैलाए ।