बिलासपुर / 06 अगस्त / अरूण डोगरा रीतू
बिलासपुर के औद्वोगिक क्षेत्र में भी सुरेंद्र गुप्ता व अन्य उद्वोग पतियों के सौजन्य से श्री राम मंदिर भूमि पूजन पर लडडुु बांटे गए और दीपमाला भी की गई। इस अवसर पर औद्वोगिक क्षेत्र में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर के पुजारी पंडित आचार्य संजय मिश्रा ने कहा कि भारत भूमि भगवान राम के मर्यादित जीवन और आदर्श से सदैव गौरवान्वित हुई है। यही अध्यक्ष महात्मा गांधी का राम राज्य है। जो तप, त्याग, सेवा, कर्तव्य, करुणा, बंधुत्व सद्भावना का अनुसरण है।
उन्होंने कहा कि आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि त्याग कर्तव्य करुणा उदारता एकता बंधुत्व सद्भाव सदाचार के रामबाण मूल्य जीवन का पथ रास्ता बनेंगे। सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि अयोध्या को भगवान श्रीराम के पूर्वज विवस्वान (सूर्य) के पुत्र वैवस्वत मनु ने बसाया था, तभी से इस नगरी पर सूर्यवंशी राजाओं का राज महाभारतकाल तक रहा। यहीं पर प्रभु श्रीराम का दशरथ के महल में जन्म हुआ था। महर्षि वाल्मीकि ने भी रामायण में जन्मभूमि की शोभा एवं महत्ता की तुलना दूसरे इन्द्रलोक से की है। धन-धान्य व रत्नों से भरी हुई अयोध्या नगरी की अतुलनीय छटा एवं गगनचुंबी इमारतों के अयोध्या नगरी में होने का वर्णन भी वाल्मीकि रामायण में मिलता है।