शिमला / 3 जून / न्यू सुपर भारत ///
4 जून को हिमाचल प्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे. हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार के लिए विधानसभा उपचुनाव लोकसभा से भी बड़ी परीक्षा है. नेताओं को लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल से नहीं बल्कि उपचुनाव के नतीजों से चिंता है. रविवार को वह पूरे दिन उसी जमा घटाव में लगे रहे.
जिन छह सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, वहां बूथ से लेकर ब्लॉक व जिला वार रिपोर्ट तैयार कर आकलन किया जा रहा है. किस विधानसभा क्षेत्र के किस मतदान केंद्र पर कितने वोट पड़े? यहां का सियासी समीकरण क्या है, किस पंचायत में कितने वोट पड़े, और नतीजा पक्ष में आएगा, इन्हीं सियासी समीकरणों में नेता उलझे रहे. फिलहाल राज्य में कांग्रेस के 34, बीजेपी के 25 और विधायक हैं. 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा आज स्वीकार कर लिया गया है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चुनावों में खूब मेहनत की। उन्होंने उप चुनावों वाली सीटों पर खुद कई बार जनसभाएं की। यही नहीं स्टार प्रचारकों की भी यहां पर रैलियां करवाई। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया है।हिमाचल में धर्मशाला, सुजानपुर, कुटलैहड़, गगरेट, बड़सर और लाहुल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को भाजपा के साथ अपने ही पूर्व विधायकों के समर्थकों का चुनाव मैदान में सामना करना पड़ा। 4 जून को अब नतीजे आएंगे।