पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय बठिंडा ई-पीजी पाठशाला पाठ्यक्रम सामग्री के साथ ‘लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम’ शुरू करने वाला देश का नौवां और पंजाब का पहला विश्वविद्यालय बना
*सीयूपीबी ने लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च किया
बठिंडा / 12 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
कोविड -19 के समय के दौरान, ऑनलाइन शिक्षा के अनुभव की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) ने एडवांस्ड लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एल.एम.एस.) लॉन्च किया है, जो की न केवल उन छात्रों की मदद करेगा जो देश के दूरदराज के हिस्से में रह रहे हैं, बल्कि कक्षाओं से परे छात्रों तक पहुँचने के लिए शिक्षकों के लिए भी मददगार साबित होगा। सीयूपीबी पंजाब का पहला और देश का नौवां विश्वविद्यालय है, जिसने ई-पीजी पाठशाला पाठ्यक्रम सामग्री के साथ‘लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम’ की सफलतापूर्वक शुरुआत की। सीयूपी-एलएमएस का शुभारंभ माननीय कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी तिवारी के मार्गदर्शन के तहत हुआ।
इस अवसर पर, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के माननीय अध्यक्ष, प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में सीयूपी-एलएमएस का शुभारंभ करते हुए, कुलपति प्रो तिवारी को यूजीसी और नैक के सदस्य के रूप में उच्च शिक्षा क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए सराहा और आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में, यह विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगा। उन्होंने एनआईआर.एफ. रैंकिंग में 87 वीं रैंक प्राप्त करने के लिए पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण योगदान की भी सराहना की। उन्होंने सीयूपीबी के सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए बधाई दी। उन्होंने साझा किया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का लक्ष्य जिम्मेदार वैश्विक नागरिक को विकसित करना है जो हमारे प्राचीन मूल्यों से जुड़े होंगे, एक अभिनव दृष्टिकोण अपनाएंगे, और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने के लिए सतत विकास प्रथाओं को लागू करेंगे। उन्होंने सीयूपीबी को उच्च शिक्षा क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करने और क्षेत्र के अन्य विश्वविद्यालयों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में उभरने की इच्छा जताई।
प्रो. जे.पी. सिंह जूरेल ने कहा कि इनफ्लिबनेट टीम इस महामारी की स्थिति के दौरान शिक्षण संस्थानों को एक गतिशील शिक्षण अधिगम मंच प्रदान करने हेतु एडवांस्ड लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने साझा किया कि सीयूपी-एलएमएस छात्रों को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर कक्षा का अनुभव सुनिश्चित करने के लिए चर्चा, असाइनमेंट सबमिशन और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए इंटरैक्टिव विकल्प प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह पोर्टल शिक्षकों को विभिन्न मूल्यांकन विकल्पों की मदद से छात्रों की प्रगति का मूल्यांकन करने में भी मदद करेगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इनफ्लिबनेट विभिन्न नवीन परियोजनाओं पर सीयूपीबी के साथ मिलकर काम कर रहा है जो शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में क्रांति लाएंगे और यह केवल एक शुरुआत है।
सीयूपी-एलएमएस का विवरण साझा करते हुए, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. तिवारी ने बताया कि यह प्लेटफार्म हमारे छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले डिजिटल शिक्षण अनुभव सुनिश्चित करने के लिए संबंधित प्रमाणित ई-लर्निंग सामग्री जैसे ई-पीजी पाठशाला, यूजीसी मूक्स, और सीयूपीबी संकाय द्वारा निर्मित ऑनलाइन शैक्षिक संसाधन प्रदान करेगा। उन्होंने वर्तमान महामारी की स्थिति के बीच छात्रों के सर्वोत्तम हित में इस प्लेटफार्म के विकास के लिए आवश्यक समर्थन प्रदान करने के लिए यूजीसी और इनफ्लिबनेट के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने संकाय सदस्यों और छात्रों से एलएमएस का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सीयूपी-एलएमएस की शुरूआत शैक्षणिक विषयों में नया ज्ञान बनाने, और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ बनाने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को मजबूत करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीयूपी-एलएमएस के लॉन्च से हमें हमारे विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सभी अनिवार्यताओं को लागू करने में मदद मिलेगी और भारत के 28 राज्यों के हमारे छात्रों को कोविड-19 के दौरान ऑनलइन शिक्षण अधिगम सुविधा की सहायता प्रदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, इस मंच के माध्यम से प्रदान की जाने वाली उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल सामग्री ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में नए मानकों को स्थापित करके उत्कृष्टता की ओर एक रोडमैप तैयार करेगी। प्रो. तिवारी ने कहा कि सीयूपीबी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत सेंट्रिक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की सभी नई अनिवार्यता को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान अपने समर्थन और अनुग्रहपूर्ण उपस्थिति के लिए इनफ्लिबनेट के निदेशक प्रो. जे.पी. सिंह जूरेल को भी धन्यवाद दिया।
आयोजन के अंत में, विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री के.पी.एस. मुंद्रा,ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. एस.के. बावा, डीन छात्र कल्याण प्रो. वी.के. गर्ग, डीन प्रभारी अकादमिक प्रो. आर.के. वूसीरिका, डीन अनुसंधान प्रो. अंजना मुंशी, स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज के डीन प्रो. तरुण अरोड़ा, विभागाध्यक्षों, संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और विश्वविद्यालय के छात्रों ने सीयूपी-एलएमएस उद्घाटन समारोह में भाग लिया।