देश के विकास में बैंकिंग क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका-अनुराग सिंह ठाकुर
बैंकों का विलयीकरण आर्थिकी उन्नयन के लिए आवश्यक
सोलन /04 अक्तूबर /एनएसबी न्यूज़
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान केंद्र सरकार देश में बैंकों का इसलिए विलय कर रही है ताकि बैंक अपनी क्षमताओं का सर्वोच्च प्राप्त कर निवेशकों, उद्योगपतियों और आमजन को राहत प्रदान कर सकें। अनुराग सिंह ठाकुर आज यहां ऐतिहासिक ठोडो मैदान में दो दिवसीय ग्राहक संपर्क उन्मुखी कार्यक्रम के समापन समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे।
अनुराग सिंह ठाकुर ने नवरात्रि के शुभ अवसर पर सभी को बधाई दी और कामना की कि मां दुर्गा जन-जन को स्वस्थ एवं प्रसन्न रखेंगी।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के बैंकों के विलयीकरण के निर्णय से जहां बैंकों की लेन-देन क्षमता बढ़ेगी वहीं भारतीय बैंक विश्व के सर्वोच्च बैंकों से प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के बैंक विलयीकरण के निर्णय के सकारात्मक परिणामों से देश की आर्थिकी को प्रत्यक्ष लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यह प्रयास कर रही है कि अब बैंक लोगों तक पहुंचें। इसी उद्देश्य के साथ ग्राहक उन्मुखी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक आर्थिकी का सशक्त आधार हैं और इनके माध्यम से न केवल संस्थागत आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है अपितु देश के आमजन के जीवन में सुखद बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप अब देश के सभी नागरिकों का बैंक खाता खुल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत गत तीन वर्षों में 36 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं। इन खातों में एक लाख 7 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। महत्वकांक्षी मुद्रा योजना के अंतर्गत लगभग 9 करोड़ लोगों को आर्थिकी सुधार के लिए ऋण प्रदान किए जा चुके हैं।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार बैंकों के विलय के साथ-साथ घाटे में चल रहे बैंकों का गुणवत्ता आकलन भी करवा रही है। गैर बैकिंग वित्तीय कंपनियों(एनबीएफसी) को बैंकों के माध्यम से 70 हजार करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता कोड (इनसोलवेंसी बैंकरप्सी कोड) के माध्यम से डूब चुके बैंकों की एक लाख 31 हजार करोड़ रुपए की रिकवरी हो चुकी है। इस कोड के तहत ऋणशोधन अक्षमता के समाधान के लिये जहाँ कहीं भी संभव हो वहां एक बाजार तंत्र और जहाँ जरूरी हो वहां निकासी सुविधा प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) और राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील प्राधिकरण (एनसीएलएटी) का गठन किया है। उन्होंने कहा कि देश में बैंकिंग क्षेत्र को सुदृढ़ करने का पूर्ण प्रयास किया जा रहा है ताकि देश की अर्थव्यवस्था मज़बूत बन सके। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सकारात्मक प्रयास स्टार्ट अप इंडिया के रूप में भी सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि आज भारत स्टार्ट अप के क्षेत्र में पहल करने वाले विश्व के सर्वोच्च पांच देशांे में शामिल है। केंद्र सरकार ने स्टार्ट अप कंपनियों को अनेक रियायतें प्रदान की हैं। इस वर्ष विजय दशमी के शुभ अवसर पर देश में ‘फेसलेस एससेमेंट’ भी आरंभ की जा रही है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने सभी से आग्रह किया कि अधिक से अधिक मात्रा में डिजीटल करंसी का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश पेपर करंसी से सीधा डिजीटल करंसी की ओर बढ़ रहा है। देश के गांव-गांव में लोग अपने मोबाइल फोन से ही पैसों का लेन-देन और वस्तुओं का क्रय-विक्रय कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी देश वासियों और विभिन्न बैंकिंग तथा अन्य संस्थाओं के सहयोग से भारत को पांच ट्रिलियन डॉलन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए दृढ़संकल्प है। उन्होंने आशा जताई कि देश के प्रत्येक नागरिक के सहयोग से वर्ष 2025 तक यह सपना पूरा होगा।
दो दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों ने स्टॉल लगाकर अपनी ऋण संबंधी एवं अन्य योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने समापन समारोह में 42.71 करोड़ रुपये के 591 ऋण स्वीकृति पत्र भी वितरित किए।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक राणा आशुतोष ने मुख्यातिथि का स्वागत किया इस दो दिवसीय समारोह की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री चंद्रमोहन ठाकुर, पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप, बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता, सोलन विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार रहे डॉ. राजेश कश्यप, नगर परिष सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, जिला परिषद सदस्य शीला, भाजपा मंडल सोलन के अध्यक्ष रविंद्र परिहार, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष भरत साहनी, भाजपा तथा भाजयुमो के वरिष्ठ पदाधिकारी, भारतीय स्टेट बैंक के उप महाप्रबंधक पवन कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, बैंक प्रतिनिधि एवं स्थानीय निवासी उपस्थित थे।