ऊना / 30 सितंबर / न्यू सुपर भारत
प्रदेश सरकार ने अपने वर्तमान कार्यकाल के आरंभ से ही आमजन के लिए घर-द्वार पर ही स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने का प्रण लिया था, जिसे पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं। सरकार के इन्हीं प्रयासों के परिणामस्वरूप आज ग्रामीण व दूरदराज क्षेत्रों में भी आमजन को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह बात ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, पशुपालन तथा मत्स्य विभाग मंत्री वीरेंद्र कंवर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर रायपुर में राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा 108 तथा मुख्यमंत्री मोबाइल क्लीनिक वाहन एंबुलेंस सेवाएं आरंभ करने के दौरान कही।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि यह दोनों वाहन चिकित्सा खंड बंगाणा के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले आम लोगों के लिए वरदान साबित होंगे तथा उन्हें घर-द्वार पर ही बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने बताया कि इन वाहनों का संचालन खंड चिकित्सा अधिकारी बंगाणा के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा के तहत ऊना जिला में 12 एंबुलेंस वाहन चिकित्सा व अन्य आपातकालीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
जबकि दो मुख्यमंत्री मोबाइल क्लीनिक वाहन तथा 5 सांसद मोबाइल एंबुलेंस वाहन भी लोगों को घर-द्वार पर चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।वीरेंद्र कंवर ने बताया कि कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है तथा इस कड़ी में बंगाणा अस्पताल में 50 बिस्तरों के साथ 7 डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की सुविधा प्रदान की गई है।
वहीं बंगाणा व थानाकलां में अस्पतालों के करोड़ों रुपए की लागत से आधुनिक भवन निर्मित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चलोला, बसाल तथा चमयाड़ी में 90 लाख रुपए प्रत्येक की लागत से बेहतरीन भवन निर्मित किए गए हैं। इसके अलावा जिला मुख्यालय उना 20 करोड़ की लागत से मातृ-शिशु अस्पताल बनकर तैयार है
जबकि लगभग 500 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पीजीआई सेटेलाइट सेंटर की निर्माण प्रक्रिया जारी है।इस अवसर पर जिला परिषद के उपाध्यक्ष कृष्ण पाल शर्मा, ग्राम पंचायत रायपुर की प्रधान रीता देवी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डॉ मंजू बहल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुखदीप सिद्धू सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित थे।