शिमला / 31 जुलाई / न्यू सुपर भारत
बाल विकास परियोजना अधिकारी शिमला शहरी द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत शिमला शहरी ब्लाॅक में कार्यरत सभी आशा कार्यकर्ताओं को पूर्व गर्भाधान और प्रसव निदान तकनीक अधिनियम ( PC&PNDT Act ) व महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। यह जानकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी शिमला शहरी ममता पाॅल ने दी।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा जमीनी स्तर पर पात्र बच्चों, गर्भवती व धात्री माताओं को स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा प्रदान करने व उन तक परामर्श गृह भ्रमण द्वारा जरूरी सूचना पहुंचाने बारे सामंजस्य व समन्वय बनाना है।
उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय प्रशिक्षण समारोह में बाल विकास विभाग की राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं जैसे बेटी है अनमोल योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, सशक्त महिला योजना, मदर टेरेसा, विधवा पुर्नविवाह योजना, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना व पोषण अभियान के बारे में विस्तार से बताया गया।
उन्होंने पोषण के पांच सूत्रों, बच्चे के पहले 1000 दिन, खून की कमी को दूर करना, स्वच्छता, अतिसार डायरिया व पौष्टिक आहार बारे जानकारी दी तथा आने वाले विश्व स्तनपान सप्ताह 1 अगस्त से 7 अगस्त तक परियोजना के अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया।
इस मौके पर दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से डाॅ. राकेश रोशन व डाॅ. ईशा सूद भी उपस्थिति थे। इन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को पूर्व गर्भाधान और प्रसव निदान तकनीक अधिनियम ( PC&PNDT Act ) पर पूर्ण जानकारी दी।
इस अवसर पर बाल विकास परियोजना से पर्यवेक्षिकाएं, पोषण समन्वयक व महिला शक्ति केन्द्र के अंतर्गत कार्यरत महिला कल्याण अधिकारी भी उपस्थित थी।