विश्व एडज दिवस के उपलक्ष्य में केलंग में जागरूकता शिविर का आयोजन
केलंग / 01दिसम्बर / एन एस बी न्यूज़
विश्व एडज दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त तत्वाधान में जिला मुख्यालय केलंग के जनजातीय संग्रहालय के सभागार में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें उपमण्डलाधिकारी केलंग अमर नेगी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
उन्होनें अपने सम्बोधन में आहवान किया कि एडस जैसी भयंकर बीमारी के उन्मूलन का सबसे जरूरी पहलू जन जागरूकता है। एडस ग्रस्त व्यक्ति के प्रति भी हमें घृृणापूर्ण व्यवहार नहीं करना चाहिए तथा उन्हें भावनात्मक सहयोग प्रदान करना चाहिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पालजोर ने जानकारी दी कि लाहौल व स्पिति में भी एडस के पांच मामले सामने आए हैं जोकि एक चिन्तनीय विषय है। एडस का कोई इलाज नहीं है इसलिए इसके बारे में जानकारी व जागरूकता ही बचाव है। डा. मनोज ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत में प्रतिवर्ष एडस के कारण 80 हजार लोगों की मृृत्यु हो रही है।
उन्होनें इस बीमारी के प्रति फैली भ्रान्तियों की ख्र्ख करते हुए कहा कि यी बीमारी किसी को छूने, साथ खाने व साथ रहने से नहीं होती है। यह असुरक्षित यौन सम्बन्ध, संक्रमित सुईयों का इस्तेमाल तथा संक्रमित रक्त किसी व्यक्ति कोे चढ़ाने से होती है।
मुख्य आरक्षी भरत भूषण ने कहा कि पिछले कुछ समय से हिमाचल में भी जिस तरह नषे के मामले बढ़े हैं उनकी वजह से भी एडस के फैलने की सम्भावनाएं बढ़ती हैं क्योंकि नषेड़ियों में संक्रमित सुईयों व सिरिंजों का इस्तेमाल बढ़ जाता है।
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी, एकीकृृत जनजातीय विकास परियोजना स्मृृतिका नेगी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष हीरा लाल, बाल विकास परियोजना अधिकारी खुष्विन्द्र ठाकुर ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में जनजातीय सलाहकार समिति की सदस्य पुष्पा, डा. अजय राना, डा. राहुल, बाल संरक्षण अधिकारी जोगिन्द्र, डा. प्रषान्त सहित कर्द अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।