महिला की मौत पर निजी अस्पताल के ख़िलाफ़ फूटा ग़ुस्सा , दो घंटे बंद रहा धर्मशाला- शिमला मार्ग
हमीरपुर / रजनीश शर्मा
हमीरपुर जिला के पक्का भरो में शुक्रवार को सुबह 10:30 से
क़रीब दो घंटे तक नेशनल हाईवे धर्मशाला शिमला जाम रहा। बीते दिन जिला मुख्यालय हमीरपुर के पक्का भरो स्थित एक आस्था अस्पताल में उपचार के दौरान एक सरकारी स्कूल की अध्यापिका की मौत हो गई थी।
परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों पर मरीज के उपचार के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। मृतक की पहचान 39 वर्षीय अमिता कुमारी पत्नी अरुण शर्मा निवासी गांव बराहलड़ी तहसील और जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। महिला की एक 4 वर्षीय बेटी है। अमिता राजकीय प्राथमिक पाठशाला डुढाणा में अध्यापिका थी। उसकी मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। अरुण शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी को रसौली की समस्या थी। इस बीच चक्का जाम के चलते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के क़ाफ़िले को हमीरपुर के बजाय सुजानपुर सड़क मार्ग से धर्मशाला के लिए रवाना किया गया ।
हमीरपुर जिले के ब्राहलड़ी में अध्यापिका की मौत मामले में परिजनों द्वारा सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन करने से दो घंटे तक वाहनों का पहिया जाम हो गया। इस बीच पुलिस अफसर एएसपी विजय कुमार सकलानी , डीएसपी हितेश लखनपाल , डीएसपी रेणु शर्मा एवं एसएचओ संजीव गौतम परिजनों को मनाने में जुटे रहे लेकिन बात नहीं बनी।
इस बारे में एएसपी विजय सकलानी ने बताया कि महिला की मौत पर लोगों में आक्रोश था। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीक़े से लोगों को मना लिया गया तथा धर्मशाला- शिमला मार्ग पर लगे जाम को हटा दिया गया। है।