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सभी सम्बद्ध विभाग पांच दिनों के भीतर अपने विभागों के माध्यम से कौशल विकास के लिए दिए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का डाटा करवाएं उपलब्ध : उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी

शिमला / 23 मई / न्यू सुपर भारत

सभी सम्बद्ध विभाग पांच दिनों के भीतर अपने विभागों के माध्यम से कौशल विकास के लिए दिए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का डाटा उपलब्ध करवाएं ताकि कौशल विकास निगम के माध्यम से बेरोजगारों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए शीघ्र कार्य योजना तैयार की जा सके। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज रोजना हाॅल में कौशल विकास निगम द्वारा आयोजित जिला कौशल समिति की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि विश्व बैंक की सहायता से आजीविका प्रोत्साहन परियोजना के तहत कौशल अधिग्रहण एवं ज्ञान जागरूकता के लिए 2 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है, जिसे बेरोजगारों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए खर्च किया जाना है।

उन्हांेने कहा कि सम्बद्ध विभाग आबंटित बजट के तहत जिस भी प्रकार का कौशल प्रशिक्षण बेरोजगार युवाओं, विभागीय कर्मचारियों व अन्य सामाजिक संस्थाओं को प्रदान करवा रहे हैं या कौशल विकास के प्रशिक्षण से संबंधित सुझाव देना चाहते हैं तो वे शीघ्र लिखित रूप में प्रस्ताव कौशल विकास निगम को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें ताकि कार्य योजना तैयार कर एक ही प्लेटफाॅर्म के माध्यम से जरूरतमंद बेरोजगार युवक-युवतियों को उनकी रूचि अनुसार कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।

उन्होंने कहा कि जिला के समस्त विकास के अधीन स्वयं सहायता समूह भी विभिन्न उत्पादन तैयार करने सहित हाथों व मशीनों से निर्मित होने वाले प्रोडक्ट की दिशा में बेहतर कार्य कर रहे हैं लेकिन उत्पादों की पैकेजिंग लेवलिंग व उन्हें बाजार तक पहुंचाने मंे सहयोग देना आवश्यक है तभी उन्हें मेहनत का लाभ मिल सकता है और उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ हो सकती है।

महिला मण्डल व स्वयं सहायता समूह और बेहत्तर उत्पाद पैदा करें इसके लिए उन्हें भी कौशल प्रशिक्षण देना आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि सेब उत्पादकों को सुविधा देने के लिए सेब की ग्रेडिंग, पैकेजिंग का प्रशिक्षण स्थानीय लोगों को देने के साथ-साथ किसानों को प्राकृतिक खेती, हैंडलूम, ब्यूटीशन, फूड प्रोसेसिंग, मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण, रेहड़ी-फड़ी वालों तथा शहर के होटल व्यवसायों व उनके पास कार्य करने वाले कामगारों को भी कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना आवश्यक है, जिसके लिए कार्य योजना तैयार की जाए ताकि समाज का हर वर्ग कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर रूचि अनुसार व्यवसाय चुनकर लाभान्वित हो सके।

इस अवसर पर प्रबंधक जिला उद्योग अम्बिका सूद, जिला कल्याण अधिकारी कपिल शर्मा, जिला समन्वयक राधिका, एमजीएनएफ नवेन्दू, लिडिंग बैंक से ए.के. सिंह, उप-निदेशक कृषि अजब सिंह नेगी, उप-निदेशक बागवानी देश राज, उप प्रधानाचार्य आईटीआई शिमला राजेन्द्र मेहता, जिला रोजगार अधिकारी अंशुल शर्मा, जिला श्रम अधिकारी एल.एम. शर्मा, एनएसडीसी जितेन्द्र शर्मा, एनयूएलएम प्रबंधक विशाल शर्मा, डीआरडीए नरेश शर्मा तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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