बिलासपुर / 26 दिसम्बर / एन एस बी न्यूज़
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉक्टर प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग बिलासपुर द्वारा विश्व एचआईवी एड्स दिवस जागरूकता अभियान के अंतर्गत राज्य पथ परिवहन निगम बिलासपुर की कार्यशाला में कार्यरत कर्मचारियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रेड रिबन लगाए गए तथा आईईसी मैटेरियल भी बांटा गया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षक प्रवीण शर्मा तथा गोपाल शर्मा एचआईवी एड्स
परामर्शदाता ने बताया कि आज भी एचआईवी एड्स लाईलाज संक्रमण है। एआरटी
नामक दवाई के उपयोग से आदमी सामान्य व लंबा जीवन जी सकता है। उन्होने
बताया कि आज भारतवर्ष में हिमाचल प्रदेश सहित एचआईवी एड्स के 2.4 मिलियन मरीज हैं। उन्होने बताया कि एचआईवी का अर्थ है इम्यूनोडैफिशिएंसी वायरस।
यह शरीर की प्रतिरक्षण प्रणाली को कमजोर करता है तथा शरीर की कोशिकाओं
में घुसकर एचआईवी, प्रजनन के लिए अपनी संख्या बड़ी तेजी से बढ़ता है जिसके
कारण शरीर में कोशिकाओं की संख्या कम होने लगती है। जिससे व्यक्ति की प्रतिरक्षण प्रणाली कमजोर हो जाती है। व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ने लगता है। और निरंतर कमजोर होता है। जिससे व्यक्ति को बड़ी आसानी से स्क्रमण होने लगते हैं, इस शारीरिक स्थिति को एड्स बोलते हैं।
उन्होने बताया कियह संक्रमण असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई व सिरिंज, संक्रमित रक्त या रक्त उत्पाद चिढवाने से तथा एचआईवी संक्रमित मां से शिशु में शीघ्र फैलता है। उन्होने बताया कि इसके फैलने का अन्य कोई कारण नहीं है एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ हाथ मिलाने, गले लगाने दोस्ती करने, साथ में खाना खाने तथा मच्छर के काटने से नहीं फैलता। उन्होने बताया कि असुरक्षित संबंध स्थापित न करें, जीवनसाथी के प्रति वफादार हैं हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें। यह सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निशुल्क तथा सभी मेडिकल व जनरल स्टोरी व पेट्रोल पम्पो व अन्य सार्वजानिक स्थानों पर निशुल्क उपलब्ध है।