कृषि मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने किया महाशक्ति पीठ संग्रहालय की आध्यात्मिक वानीकी परियोजना का लोकार्पण
बिलासपुर / 05 सितम्बर / न्यू सुपर भारत
विश्व विख्यात महाशक्ति पीठ संग्रहालय की आध्यात्मिक वानीकी परियोजना का लोकार्पण ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पशुपालन, कृषि एवं मत्स्य मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज श्री नैना देवी में किया।
उन्होंने मंदिर वानिकी के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय महाशक्ति पीठ संग्रहालय के समीप पारिजात का वृक्षारोपण किया।
मंदिर न्यास प्रशासन व वन विभाग द्वारा आरम्भ किए गए इस आध्यात्मिक वानिकी ड्राइव के अंतर्गत आध्यात्मिक वाटिका में पारिजात, रुद्राक्ष, हार सिंगार, शनि तथा आमला आदि विभिन्न पौधों का रोपण किया गया। उन्होंने कहा कि महाशक्ति पीठ संग्रहालय की स्थापना के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बजट का प्रावधान किया गया है और इस संग्रहालय को निकट भविष्य में आरम्भ कर दिया जाएगा। इसके अंतर्गत सभी शक्तिपीठों में आध्यात्मिक वानिकी के अंतर्गत पौधारोपण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हमारी संस्कृति वृक्षों की पूजा करने की रही है और ऋषि-मुनियों ने जंगलों में रहते हुए ही इन आध्यात्मिक वनस्पतियों के औषधीय महत्व को समझते हुए इन्हें अपने धर्म व संस्कृति के साथ जोडा था। जब लोग वनों के महत्व को समझते थे तो उस समय भारतवर्ष विश्व गुरु रहा था। उन्होंने कहा कि मानव द्वारा प्रकृति के साथ छेड़छाड़ के दुष्परिणाम आज हम सबके सामने आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हर मंदिर ट्रस्ट में इस तरह का वृक्षारोपण किया जाएगा ताकि लोगों को आध्यात्मिक पौधों की समझ हो सके। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी माता के मंदिर में पूजा अर्चना भी की।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा ने लोगों से ऐसे पौधे लगाने का आग्रह किया जिनका नाम देवी-दवताओं के नाम से जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण एक वैज्ञानिक व आध्यात्मिक कार्यक्रम है और मानव जीवन के लिए वृक्ष अति आवश्यक है।
इस अवसर पर एक लघु संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें भारतीय संस्कृति में वृक्षों के महत्व व उनके औषधीय गुणों का विवेचन किया गया। संगोष्ठी में संस्कृत कॉलेज श्री नैना देवी जी के प्रधानाचार्य डॉ नरोत्तम दत्त ने पुराणों में वृक्षों के महत्व व उनके उपयोग तथा पर्यावरण संरक्षण आदि पर अपने विचार रखे।
संगोष्ठी में संतोषी नंदन, धर्मार्थ ट्रस्ट के जगतगुरु संतोषी बाबा तथा निदेशक इको डेवलपमेंट अफॉरेस्टेशन पी सी शर्मा ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य सरदार मानसिंह, एसडीएम स्वारघाट सुभाष गौतम, निदेशक वल्र्ड हेरिटेज ऑर्गेनाइजेशन विनोद चैहान, मंदिर न्यास ट्रस्टी अंजू चैहान, डीएफओ बिलासपुर ए.बी. राय सहित विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।