धर्मपुर में मजदूरों का हल्ला बोल**घेरा बी डी ओ दफ़्तर
**सामान वितरण में मन्त्री द्धारा अड़ंगा डालने के चलते मज़दूर खफ़ा
***जल्द वितरण नहीँ हुआ तो करँगे मन्त्री का घेराव-यूनियन प्रधान
मंडी/ 16 दिसम्बर / पुंछी
धर्मपुर उपमंडल मुख्यालय में आज सैंकड़ों मनरेगा मज़दूरों ने प्रदर्शन किया औऱ सरकार तथा स्थानीय मन्त्री के ख़िलाफ़ हल्ला बोला औऱ मुख्यमंत्री को एस डी एम के माध्यम से माँगपत्र भेजा।
प्रदर्शन सीटू से जुड़ी मनरेगा मज़दूर यूनियन के बैनर तले आयोजित किया गया जिसका नेतृत्व सीटू के ज़िला प्रधान व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष कश्मीर सिंह ठाकुर महासचिव मोहनलाल,रणताज़ राणा लूद्दर सिंह, बोहरी देवी, लत्ता देवी, रीना, निर्मला देवी,सलिता देवी, सीता देवी, विना विष्ट, शीला देवी, रजनी, अति देवी, रीतू देवी, बिन्ता देवी,अनिता, रीना, चंपा, निर्मला, माया देवी,रिंकू, प्रताप सिंह इत्यादि ने किया।
मज़दूरों ने हाथों में अपनी मांगों के बारे में प्ले कार्ड लेकर धर्मपुर बाज़ार में ज़ोरदार नारेवाजी कीऔर बी डी ओ कार्यालय का घेराव किया जहाँ मज़दूरों को मिलने वाला सामान पिछले कई महीनों से डंप किया गया है और उसे मजदूरों को बांटा नहीं जा रहा है।
प्रदर्शन में शामिल मज़दूरों को सम्बोधित करते हुए सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मंडी ज़िला के धर्मपुर में मनरेगा मज़दूरों के सामान को बांटने में हो रही देरी की मुख्य बजह यहां के विधायक व वर्तमान सरकार में मन्त्री महेंद्र सिंह हैं जो राज्य श्रमिक बोर्ड से मज़दूरों को स्वीकृत सोलर लैम्पों, साईकलों और इंडक्शन हीटरों को बंटने नहीं दे रहे हैं और जानबूझ कर उसमें अड़ंगा अड़ा रहे हैं।
उनोहनें मन्त्री पर आरोप लगाया है कि उनके कहने पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने महिलाओं को मिलने वाली वशिंग मशीन बन्द कर दी है और जो तीन आईटमें एक हज़ार से ज्यादा मज़दूरों को मार्च महीने में स्वीकृत हुई हैं उन्हें बी डीओ आफ़िस के हाल में कई महीनों से डंप किया हुआ है और उन्हें बांटा नहीँ जा रहा है।हालांकि मज़दूर यूनियन ने इस बारे अगस्त माह में भी ज्ञापन सौंपा था और बोर्ड ने 15 नवंबर से पहले इसे वांटने का लिखित में लेबर ऑफिसर मंडी को निर्देश दिये थे लेकिन एक माह औऱ गुजर जाने के बाद भी ये वितरण मन्त्री की बजह से नहीं हुआ है।
मन्त्री की इस तानाशाही के विरोध में आज संधोल, टिहरा, चोलथरा, सजाओ,सधोट,सरी,कुन कमलाह, कोठुवाँ,सिद्धपुर, मण्डप, बरोटी औऱ धर्मपुर क्षेत्र के सैंकड़ों मज़दूरों को अपना सामान लेने के लिए प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा जबकि ये सामान उन्हें चार माह पहले मिल जाना था और बोर्ड के कर्मचारियों ने इसे धर्मपुर पहुंचा भी दिया है।यूनियन के प्रधान कश्मीर सिंह ठाकुर ने बताया कि मंडी ज़िला में सबसे अधिक मज़दूरों का पंजीकरण धर्मपुर में हुआ है जो कुल पांच हजार से ज्यादा है और उन्हें अभी तक दस करोड़ रुपये से ज़्यादा की सहायता बोर्ड ने प्रदान की है लेकिन मज़दूरों के सामान वितरण के लिए मन्त्री औऱ उनका परिवार अनावश्यक हस्तक्षेप कर रहे हैं और यूनियन द्धारा किये गए इस सारे काम का झूठा श्रेय लेने के लिए इस प्रकार की ओछी औऱ घटिया किस्म की राजनीति कर रहे हैं जिसकी यूनियन कड़ी अलोचना औऱ निंदा करती है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मज़दूरों का सामान जल्दी नहीं दिया गया तो यूनियन को अगले कदम में मन्त्री का घेराव करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।यूनियन ने मंडी लेबर आफ़िस में पंजीकरण करने में तथा छात्रवृति लाभ को स्वीकृत करने में हो रही देरी की भी शिकायत दर्ज की है और उसमें सुधार करने की भी मांग की है।