युवाओं को नशे से दूर रखने के उद्देश्य से खोली अकेडमी **** 20 वर्षीय होनहार पर्वतारोही बेटी की बड़ी सोच
नूरपुर (पंकज )-
आज की दुनिया में जहां लोगो की सोच अपने व अपने परिवार तक ही सिमित रह गई है वहीं नूरपुर के सुलियाली पँचायत की होनहार बेटी आकृति हीर की सोच आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है ! छोटे से गांव की रहने वाली आकृति हीर एनसीसी 7 पंजाब बटालियन की बेस्ट केन्डेट रही है।आकृति ने 2012 में(नेहरू पर्वतारोहण संस्थान,उतरकांशी, उत्तराखंड) से पर्वतारोहण की ट्रेनिंग ली थी।आकृति हीर यूरोप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट को फतेह करने बाली मात्र 20 बर्ष की भारत की प्रथम युवा महिला पर्वतारोही है।आकृति का नाम लिम्का वुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है।
आकृति हीर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गांव में रहकर उसने देखा कि अधिकतर युवा या तो मोबाइल में लगे रहते है या अधिकतर नशे की चपेट में आ गए है।इस बात को मध्यनजर रखते हुए आकृति ने सेवानिवृत कुलदीप राणा से सम्पर्क किया।युवाओ व यूवतियो को आर्मी,पुलिस,पेरामिल्ट्री,नेवी,फारेस्ट गार्ड आदि के प्रशिक्षण के लिए अकैडमी खोलने का बिचार किया।जिसकी शुरुआत आठ अक्तूबर को कर दी।आकृति ने बताया कि इस अकैडमी में बच्चों की जरूरत के अनुसार सारी शारीरिक और लिखित जरूरतों को पूरा किया जा रहा है।हमारा उदेश्य है कि बच्चो को बेहतर सुबिधायें दे।उन्होंने बताया कि नोजवान पीढ़ी को इसी के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है कि वे नशे से दूर रहे।लड़कियो को बेहतर प्रशिक्षण देकर आगे बढ़ने का मौका मिल सके।इस अकेडमी में हर वर्ग के युवा व युवतियों आसानी से प्रशिक्षण ले सके।आकृति ने कहा कि हमारी अकैडमी खोलने का लक्ष्य यही है कि हम बच्चों को बेहतर सुबिधायें प्रदान करें।सेवानिवृत कैप्टन कुलदीप राणा ने बताया उनका लक्ष्य अपने इलाके के युवा वर्ग को अच्छा प्रशिक्षण देकर सेना में सेवा करने का अवसर प्रदान करवाना है ताकि हमारी युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे।
फोटो केप्शन – अकेडमी में प्रशिक्षण प्राप्त करते युवक व युवतिया