November 14, 2024

एक से 31 अगस्त तक चलेगा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान

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हमीरपुर / 29 जुलाई / न्यू सुपर भारत

उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने वीरवार को हमीर भवन में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न जिला स्तरीय समितियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना की समीक्षा के साथ-साथ जल जनित रोगों, मलेरिया, डेंगू और स्क्रब टाइफस की रोकथाम से संबंधित विभिन्न प्रबंधों की भी समीक्षा की।


  इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि जिला में एक  से 31 अगस्त तक टीबी मुक्त हिमाचल अभियान के तहत एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के लिए बनाई जाने वाली टीमों में स्वास्थ्य विभाग के अलावा आयुर्वेद विभाग और आंगनबाड़ी कर्मचारियों के साथ-साथ आशा वर्कर्स भी शामिल रहेंगी। उपायुक्त ने कहा कि ये टीमें घर-घर जाकर टीबी के मामलों का पता लगाएंगीं तथा लक्षण पाए जाने पर टीमों द्वारा सैंपल भी लिए जाएंगे।


 उन्होंने सभी बीएमओ को निर्देश दिए कि वे हर सप्ताह संबंधित क्षेत्रों में गठित टीमों के साथ समीक्षा बैठक करें तथा क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार रणनीति बनाएं। उपायुक्त ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उददेश्य जिला में टीबी रोगियों का पता लगाकर तुरंत उपचार शुरू करना है, ताकि प्रदेश को वर्ष 2022 तक टीबी मुक्त बनाया जा सके।

उपायुक्त ने कहा कि टीबी के मरीजों को मुफ्त दवाईयों के अलावा उनके बेहतर पोषण के लिए प्रति माह 500 रुपये की राशि भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान लोगों को टीबी आरोग्य साथी ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, क्योंकि इस ऐप में टीबी मरीजों के अलावा अन्य लोगों के लिए भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध हैं।

जल जनित व अन्य रोगों की रोकथाम के प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि बरसात के सीजन में मलेरिया, डेंगू, स्क्रब टाइफस और जल जनित रोगों के फैलने की आशंका बढ़ जाती है। इन रोगों की रोकथाम के लिए घरों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों के आस-पास सफाई रखी जानी चाहिए तथा ऐसे स्थानों पर पानी एकत्रित नहीं होना चाहिए।

उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान पानी की टंकियों की सफाई सुनिश्चित करें तथा इन टंकियों पर सफाई की तिथि भी अंकित करें। बच्चों को भी इन रोगों के प्रति जागरुक करें। आंगनबाड़ी केंद्रों की टंकियों की सफाई भी सुनिश्चित करें।

देबश्वेता बनिक ने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार को आशा वर्कर्स घर-घर जाकर लोगों को बरसात के मौसम में फैलने वाले रोगों तथा इनसे संबंधित सावधानियों के बारे में जागरुक करेंगी। उपायुक्त ने बताया कि जिला के सभी ब्लॉकों में मलेरिया के निशुल्क टैस्ट की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इन रोगों के संबंध में व्यापक जागरुकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। इसमें पंचायतीराज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों और महिला एवं बाल विकास विभाग का भी सहयोग लें।

उपायुक्त ने बताया कि आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य पर शिक्षण संस्थानों में एचआईवी-एड्स, टीबी और रक्तदान पर व्यापक जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। तीन चरणों में आयोजित किए जाने वाले इस अभियान के दौरान शिक्षण संस्थानों में कई वर्चुअल कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। उन्होंने इन कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।


  इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्रिहोत्री, मेडिकल कालेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रमेश चौहान, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुनील कुमार और अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

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