November 25, 2024

प्रोनिंग प्रक्रिया ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में सहायक : डीसी

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झज्जर / 27 अप्रैल / न्यू सुपर भारत    

कोरोना महामारी के दौर में सरकार, जिला प्रशासन जहां अपनी जिम्मेवारी स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने में सजग है वहीं अब कोविड-19 मरीजों हेतु ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए प्रोनिंग प्रक्रिया अर्थात पेट के बल लेटकर स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सकता है। डीसी जितेंद्र कुमार ने स्वास्थ्य संबंधित पहलुओं की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीसी ने बताया कि सरकार की ओर से जारी निर्देशों की जानकारी हर आमजन तक प्रभावी रूप से पहुंचाई जा रही है, ऐसे में अपील की जाती है कि लोग अपने घरों में रहकर कोरोना से दूरी बनाने में सहभागिता निभाएं।


होम आइसोलेशन के मरीज प्रोनिंग प्रक्रिया को अपनाएं :
डीसी ने जनहित में प्रोनिंग प्रक्रिया को अपनाकर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य सुधार की कामना की है। उन्होंने बताया कि यदि कोविड के मरीज घर पर ही क्वारंटाइन हैं तो प्रोनिंग प्रक्रिया के द्वारा ऑक्सीजन के स्तर में सुधार लाया जा सकता है। जागरूकता ही इस बीमारी से लडऩे में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने प्रोनिंग प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 मरीज खुद अपनी देखभाल के लिए प्रेानिंग से मददगार बन सकता है।

प्रोनिंग मरीज के शरीर की पोजिशन को सुरक्षित तरीके से परिवर्तित करने की प्रक्रिया है, जिसमें पीठ के बल लेटा हुआ मरीज जमीन की ओर मुंह करके पेट के बल लेटता है। चिकित्सा के क्षेत्र में प्रोनिंग शरीर की एक स्वीकृत अवस्था है, जो सांस लेने की प्रक्रिया को आरामदायक बनाती है औरा शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाती है। उन्होंन बताया कि सांस लेने में तकलीफ वाले कोविड-19 मरीजों, विशेषकर होम आइसोलेशन वाले कोविड मरीजों के लिए प्रोनिंग की प्रक्रिया काफी फायदेमंद है।


पेट के बल लेटने का है बहुत महत्व :
होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए प्रोनिंग प्रक्रिया अर्थात पेट के बल लेटने से वैंटिलेशन को बढ़ावा मिलता है, श्वसन कोशिकाओं को खोलकर आसानी से सांस लेने में मदद मिलती है। इसकी आवश्यकता केवल उसी स्थिति में है, जब मरीज को सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही हो और उसका एसपीओ 2का स्तर 94 से नीचे चला गया हो। होम आइसोलेशन के दौरान इस प्रकार की प्रक्रिया को अपनाकर ऑक्सीजन की मात्रा को शरीर में बढ़ाया जा सकता है।

उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि वे होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को इस प्रक्रिया से अवगत कराएं और जल्द स्वास्थ्य सुधार में सहयोग करें।इस अवसर पर सिविल सर्जन डा.संजय दहिया, उप सिविल सर्जन डा.मनोज सैनी, डा.रणबीर सिंह सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।

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