गुरू रविदास का संदेश आज भी प्रासंगिक: रणबीर सिंह गंगवा
फतेहाबाद / 27 फरवरी / न्यू सुपर भारत
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डा. अंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना में सभी वर्गों के बीपीएल परिवारों को योजना का लाभ देने की घोषणा की है। अब इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों को मिलने वाली 50 हजार रूपये की राशि को बढाकर 80 हजार रूपये कर दिया है। पहले इस योजना का लाभ केवल अनुसूचित जाति बीपीएल परिवारों को मिलती था। अब एक अप्रैल से इस योजना का लाभ सभी वर्गों के बीपीएल परिवारों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा शनिवार को चंडीगढ़ में संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के 644वें जयंती के अवसर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए की। मुख्यमंत्री के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण प्रदेश के हर जिला में किया गया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम लोक निर्माण विश्राम गृह व संत शिरोमणि रविदास धर्मशाला नागपाल चौक में आयोजित किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा मुख्य अतिथि थे। मुख्यअतिथि ने संत रविदास की प्रतिमा पर मालापर्ण व दीप प्रज्जवलित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने रविदास धर्मशाला में हॉल व अन्य विकास कार्य के लिए 11 लाख रूपये देने की घोषणा की। उन्होंने बीपील परिवारों के लिए चलाई गई योजनाओं और घोषणाओं के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के ओजस्वी नेतृत्व प्रदेश ने चंहुमुखी विकास किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा परिवार पहचान पत्र के माध्यम से योजनाओं को लाभ देने वाला देश का पहला राज्य है।
जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के 14वीं शताब्दी में दिए गए संदेश आज भी प्रासंगिक है। युवाओं को गुरू रविदास जी के बताए गए मार्ग और दिशा पर चलकर एक नये भारत के निर्माण में अपना अपेक्षित सहयोग देना चाहिए। महान संत एवं महापुरूषों ने समय-समय पर देश की महान एवं पवित्र धरती पर जन्म लिया, उनमें से गुरू रविदास भी एक महान संत थे। महापुरूषों के बताए हुए रास्ते पर चलकर समाज व राष्ट्र के नव निर्माण में हम सभी को अह्म भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा का प्रचलन होगा और शिक्षा जितनी ज्यादा बढ़ेगी उससे सामाजिक बुराईयां अपने आप समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि साधु, संत, महात्माओं का भी यही कहना है तथा संत शिरोमणि गुरू रविदास जी, संत तोता पुरी महाराज, संत रामकृष्ण परमहंस व स्वामी विवेकानंद आदि महान संतो का भी कथन है कि युवा अपनी सोच और कर्म से देश की दिशा को निर्धारित करते हैं। इसलिए युवाओं को चाहिए कि वे सत कर्मों पर आगे बढ़ते हुए देश को एक नई दिशा में लेकर जाए।
डिप्टी स्पीकर ने कहा कि गुरू रविदास ने 14वीं शताब्दी में अवतार लिया और आने वाली पीढिय़ों तक मानवता के संदेश को दिया। हमारे मत-मस्तिक पर आज भी उनके दिए गए संदेश अंकित है। संतों को इसलिए याद किया जाता है कि उन्होंने भीतर के ज्ञान को जानने और उस पर अमल करना सिखाया है। महान संतों ने हमेशा ही देश व समाज को नई दिशा दी है। भारत का संविधान 1950 में लागू हुआ परन्तु जो संविधान में आज चीजें अंकित है, वे संदेश और अधिकार सैंकड़ों वर्षों पूर्व हमारे संतों ने दे दिए थे। 14वीं शताब्दी के महान संत गुरू रविदास उच्च कोटी के संत थे। जिन्होंने छुआछात को दूर करने और कर्म व श्रम में विश्वास को जगाया। उन्होंने हमेशा कुरीतियों से ऊपर उठकर समाज में समानता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा एवं महान संदेश संत शिरोमणि गुरू रविदास का है, इससे बड़ा कोई संदेश हमारे पास नही है।
उन्होंने कहा कि संत रविदास हमारे लिए अनुकरणीय और प्रेरणा स्त्रोत है। संत रविदास निरगुण भक्ति संप्रदाय के थे और उन्होंने कभी भी मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं किया। वे सरल ह्रदय और सबसे प्रेम भाव रखने वाले तथा निस्वार्थ भाव से काम करने वाले महान संत थे। हमारे दिलों में आज भी उनके लिए सम्मान है। उन्होंने कहा कि संत गुरू रविदास ने जात-पात के खिलाफ लड़ाई छेड़ी। जात-पात से हमारा समाज त्राहि-त्राहि था। जात-पात से दुष्परिणाम ही होगा। इसलिए जात-पात, धर्म और मजहब से उपर उठकर राष्ट्र के निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए। रविदास सभा, स्वर्णकार सभा, विभिन्न वार्डो के पार्षद तथा जिला प्रशासन के द्वारा मुख्य अतिथि व अन्य विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह देेकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विधायक लक्ष्मण नापा, जिला प्रधान बलदेव ग्रोहा, अतिरिक्त उपायुक्त समवर्तक सिंह, एसडीएम कुलभूषण बंसल, डीएसपी दलजीत बैनीवाल, जिला कल्याण अधिकारी लालचंद बिश्रोई, नायाब तहसीलदार रमेश कुमार, रविदास सभा के प्रधान दलबीर सिंह, पूर्व चैयरमेन सतबीर वर्मा, रामराज मेहता, रामसिंह सिंह मांजू, रमेश मेहता, राजेद्र प्रजापति, महामंत्री जगदीश शर्मा, अनिल सिहाग, रणजीत ओड, पटेल सोनी, किशोरी लाल वर्मा, सोहन लाल छपोला, वेदप्रकाश, विजय जांगड़ा, बनवारी लाल गहलोत, लाल चंद गेरा, सुभाष गहलोत, राखी मक्कड़, बिट्टू गुज्जर, बलवंत मनकस, जॉनी गेरा, पार्षद सोनू कुक्कड सहित गणमान्य नागरिक मौजूद थे।