जायका से आत्मनिर्भर बने लोअर बढ़ेआ के रघुबीर सिंहजापान में 21 दिन तक लिया सब्ज़ी उत्पादन का प्रशिक्षण
ऊना / 01 नवम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
हिमाचल प्रदेश सरकार के तत्वावधान में ऊना ज़िला में चलाई जा रही जायका परियोजना के तहत लोअर बढ़ेड़ा में सिंचाई का प्रबंध किए जाने के बाद यहां के किसानों में सब्ज़ी उत्पादन के प्रति जागरूकता और रुचि में वृद्धि हुई है। इसमें कोई दोराय नहीं कि इस परियोजना ने प्रदेश के किसानों की आत्मनिर्भरता की राह प्रशस्त की है। लोअर बढ़ेड़ा के ऐसे ही एक किसान हैं रघुबीर सिंह, जो एक प्रगतिशील किसान के रूप में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहे हैं। उनके खेतों में उगने वाली विभिन्न क़िस्म की सब्ज़ियां उनकी हिम्मत, मेहनत और लगन की साक्षी हैं।
रघुबीर सिंह अपने खेतों में आधुनिक तकनीक अपनाकर जो सब्जियां उगा रहे हैं, उनमें कुछ विदेशी किस्में भी शामिल हैं। इन विदेशी क़िस्मों में चेरी टमाटर, करम-साग, ब्लैक कैबेज, संतरी कद्दू, बटरनट, चुकंदर, गोल भिंडी आदि सम्मिलित हैं। उन्होंने खेती की नई जानकारी, तकनीक और प्रशिक्षण ग्रहण करने के बाद अपनी आय में कई गुणा बढ़ोतरी की है।
रघुबीर सिंह बताते हैं कि सितंबर, 2018 में मैंने जायका की मदद से जापान में 21 दिन तक खेती-बाड़ी की नई तकनीक समझी और उसका प्रशिक्षण हासिल किया। स्वदेश वापिसी के बाद मैंने उस तकनीक के अनुसार अपने गांव में खेती शुरू की, जिसके अच्छे परिणाम सामने आए और पैदावार में आशातीत वृद्धि हुई। वह हिमाचल प्रदेश सरकार तथा जायका परियोजना का धन्यवाद करते हुए कहते हैं कि इनकी वजह से मुझे आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिली है। गांव में जायका द्वारा स्थापित सिंचाई परियोजना ने सभी किसानों को लाभान्वित किया है।
इलाक़े में रघुबीर सिंह की सब्ज़ियों की मांग काफ़ी ज़्यादा है। लोग उनकी उगाई सब्ज़ियां उनके घर आकर ही ख़रीद लेते हैं या उन्हें पहले ही अपनी डिमांड दे देते हैं। रघुबीर सब्ज़ियों के दाम पहले ही तय कर देते हैं। रघुबीर सिंह ने ऑर्गेनिक फार्मिंग को ओर क़दम बढ़ाते हुए खेती में रसायनों का उपयोग बंद कर दिया है और प्राकृतिक तरीक़े से सब्ज़ियां उगा रहे हैं। रघुबीर सिंह खेती-बाड़ी के अलावा डेरी फार्मिंग भी करते हैं। उनके पास चार भैंसे, चार गाय और एक बकरी है। वह दूध बेचकर भी अच्छी कमाई कर लेते हैं।
लोअर बढे़ड़ा में जायका परियोजना के तहत उठाए गए क़दमों के बारे में ऊना खंड के परियोजना प्रबंधक कुलभूषण धीमान कहते हैं कि लोअर बढ़ेडा में लगभग 30 लाख रुपए की लागत से सिंचाई परियोजना का निर्माण किया गया है, जिससे किसानों के खेतों में पर्याप्त पानी उपलब्ध करवाने में मदद मिली है। सौर ऊर्जा से संचालित ट्यूबवैल से क़रीब 10.66 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा प्राप्त हुई है, जिससे लोअर बढ़ेडा के 37 किसान परिवार लाभान्वित हुए हैं। जायका ने किसानों को खेतों तक सड़क सुविधा, सब्ज़ियों की पौध तैयार करने के लिए पॉलीहाउस तथा कृषि उपकरण प्रदान किए हैं।