आयुक्त मंदिर एवं उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने तारा देवी, संकटमोचन, कालीबाड़ी तथा जाखू मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए की जा रही तैयारियों का निरीक्षण कर लिया जायजा ।
शिमला / 15 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़:
आयुक्त मंदिर एवं उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने आज नवरात्र उत्सव व इस दौरान मंदिरों मंे श्रद्धालुओं की कोविड-19 की सुरक्षा के दृष्टिगत शिमला के तारा देवी, संकटमोचन, कालीबाड़ी तथा जाखू मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए की जा रही तैयारियों का निरीक्षण कर जायजा लिया।
उन्होंने इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए कोविड-19 के बचाव के लिए विशेष मानक संचालनों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए किए गए प्रबंधों की भी समीक्षा कर मंदिर न्यासियों एवं संचालकों को अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी बनाएं रखने तथा मास्क के उपयोग की अनिवार्यता सभी मंदिर संचालक अवश्य सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि मंदिरों में किसी प्रकार की भीड़ अथवा लम्बी लाईन न लगी हो। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर दोनों समय एक घण्टा अधिक खुले रहेंगे। मंदिरों की सैनेटाईजेशन निरंतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने मंदिरों के बाहर बड़ी स्क्रीनों को स्थापित करने के निर्देश भी दिए ताकि श्रद्धालु इसका लाभ प्राप्त कर सके।
उन्होंने विभाग द्वारा जारी की गई सलाहों एवं विशेष मानक संचालनों की अनुपालना करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि संक्रमण के खतरों से बचने के लिए उन्होंने जुखाम, खांसी, बुखार नजला जैसे लक्षणों वाले व्यक्ति के मंदिर में प्रवेश न करने का आग्रह किया। उन्होंने 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों, 65 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धों, गर्भवती महिलाओं तथा बीमारियों से ग्रस्त श्रद्धालुओं को मंदिर आने से परहेज रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि वृद्ध यदि मंदिर आना चाहते हैं तो प्रातः काल जल्दी अथवा सांय देरी से आए ताकि भीड़ के संक्रमण से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि मंदिर दर्शन के उपरांत श्रद्धालु मंदिर परिसर में व्यर्थ इधर-उधर न घूमे अथवा बैठे।
उन्होंने बताया कि नवरात्रों के दौरान सामाजिक दूरी बनाएं रखने, मास्क का उपयोग करने तथा निरंतर हाथों को धोने अथवा सैनेटाइज करने की अनिवार्यता का धार्मिक स्थलों में सख्ती से पालन किया जाए।
उन्होंने बताया कि मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। मंदिर परिसर में किसी प्रकार की भेंट सामग्री चढ़ाना, प्रसाद व चरणामृत बांटना तथा पवित्र जल का छिड़काव प्रतिबंधित है। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर के अन्दर विवाह, मुंडन, हवन, कन्या पूजन व मूर्ति इत्यादि को स्पर्श करना वर्जित रहेगा।
उन्होंने बताया कि नवरात्रों के दौरान पथ परिवहन निगम की बसें बस स्टैंड शोघी तथा आनंदपुर बाइफरकैशन से मंदिर तक निरंतर आएगी। मंदिर के लिए पार्किंग व्यवस्था आनंदपुर सड़क पर की जाएगी। उन्होंने बताया कि मंदिर जाने वाली बसों को दिन में चार बार सैनेटाइज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जाखू के लिए संजौली, छोटा शिमला, रिट्स और लिफ्ट से इस दौरान मंदिर के लिए टैक्सी उपलब्ध होगी। श्रद्धालु को अपने वाहन इन क्षेत्रों पर बनी पार्किंग पर खड़े करने होंगे।
इस दौरान अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) प्रभा राजीव, उपमण्डलाधिकारी (शहरी) मंजीत शर्मा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सुशील कुमार उपस्थित थे।