फेसबुक लाइव: कफ्र्यू व लाकडाउन की पाबंदियां हटने पर लापरवाही न अपनाए लोग, कोविड संबंधी सावधानियों का करते रहे पालन: अपनीत रियात
– डिप्टी कमिश्नर ने कहा कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए जिला वासी करते रहें सरकार द्वारा दी गई स्वास्थ्य एडवाइजरी का पालन
– कहा, मंडियों में धान की खरीद के लिए बनाए गए हैं सुचारु प्रबंध, किसानों को पराली न जलाने की अपील की
– डेंगू की रोकथाम के लिए घरों व आस पास न एकत्र न होने दिया जाए पानी
होशियारपुर, 08 अक्टूूबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़:
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सरकार की ओर से बेशक कफ्र्यू व लॉकडाउन संबंधी लगाई गई पाबंदियां हटा दी गई है गई है लेकिन हमें सावधानियां अपनाने में कोई कमी नहीं छोडऩी है क्योंकि अभी यह वायरस खत्म नहीं हुआ है। वे जिला लोक संपर्क कार्यालय के फेसबुक पेज पर साप्ताहिक लाइव के दौरान जिला वासियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने किसानों को धान की पराली को आग न लगाने की अपील की और बताया कि जिले की मंडियों में धान की खरीद के लिए सुचारु प्रबंध बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में डेंगू की रोकथाम के नगर निगम, कौंसिलों की ओर से लगातार फागिंग की जा रही है। उन्होंने लोगों को भी अपील की है कि वे अपने घरों में व आस-पास पानी न एकत्र होने दें।
डिप्टी कमिश्नर ने कोविड संबंधी जिले की ताजा जानकारी देते हुए बताया कि इस समय जिले में 6 हॉट स्पाट व 1 माइक्रो कंटेनमेंट जोन है। उन्होंने लोगों द्वारा स्कूल खुलने व आने वाले दिनों में त्यौहारों को मनाने संबंधी पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार से इस संबंध में जैसे ही निर्देश आएंगे लोगों को इस बारे में सूचित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से दुकान खोलने व बंद करने के समय के समय पर भी अब कोई पाबंदी नहीं है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमने कोरोना पर फतेह पा ली है और कोरोना का डर खत्म हो गया है। हमें अपने काम के साथ-साथ सावधानियां भी अपनानी है। उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक हमें मास्क को ही दवाई समझना चाहिए और हमेशा सही तरीके से मास्क पहन कर ही घर से बाहर निकलना चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई स्वास्थ्य एडवाइजरी एक दूसरे से बनती दूरी, मास्क पहनने व अन्य जरुरी सलाहों का पालन करने संबंधी अपील की।
अपनीत रियात ने बताया कि जिले में धान की खरीद शुरु हो चुकी है और प्रशासन की ओर से कोविड के चलते जिले में 108 खरीद केंद्र बनाए गए हैं ताकि मंडियों में भीड़ न हो। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संबंधी मंडियों में सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं व लेबर, किसानों व आढ़तियों के लिए मास्क व सैनेटाइजर की पूरी व्यवस्था की गई है। मंडियों में आने वाली किसानों की ट्रालियों व वाहनों को सैनेटाइज किया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंडियों में किसानों की टैस्टिंग भी की जा रही है। डिप्टी कमिश्नर ने बतााय कि जिले में धान की पराली को आग लगाने से रोकने के लिए तहसील व ब्लाक स्तर पर टीमें बनाई गई है जो कि इलाके में पराली को आग लगाने संबंधी घटनाओं पर नजर बनाए रखती है और मामला सामने आने पर चालान भी करती है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि ऐसी नौबत न आए कि प्रशासन को किसी तरह की कोई कार्रवाई करनी पड़े और किसान जन हित में पराली को आग न लगाए। उन्होंने कहा कि धान की पराली को आग लगाना मानवीय स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हम कोरोना महांमारी से जूझ रहे हैं जो कि हमारे फेफड़ों पर सीधा असर करती है और पराली जलाने से होने वाला धुआं भी हमारे फेफड़ों पर ही बुरा प्रभाव डालता है। इस लिए प्रदूषण व कोरोना दोनों को रोकने के लिए हमें पराली जलाने से बचना चाहिए।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू से संबंधी 70 केस रिपोर्ट हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिले में नगर निगम, नगर कौंसिल व नगर पंचायतों की ओर से वार्ड स्तर पर फागिंग जारी है लेकिन जब तक लोग सहयोग नहीं करेंगे तब तक इस बीमारी पर काबू नहीं पाया जा सकता। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने घरों में फ्रिजों व कूलरों आदि की सफाई करनी यकीनी बनाई जाए। उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर सप्ताह में अंडे से पूरा मच्छर बनता है, इस लिए कूलरों, गमलों, फ्रिजों की ट्रे व अन्य पानी के बर्तनों को सप्ताह में एक दिन जरुर साफ करें। उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर खड़े पानी में पैदा होता है, इस लिए घरों व आस-पास पानी एकत्र न होने दिया जाए।
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