कुत्ता मनुष्य का परम मित्र है लेकिन वह शत्रु बनकर खतरनाक साबित हो सकता है – डाॅ. प्रकाश दरोच
*कोविड-19 के साथ-साथ कुत्ते के काटने से भी बचाव करें
बिलासपुर / 29 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ. प्रकाश दरोच ने रेबीज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के साथ-साथ कुत्ते के काटने से भी बचाव करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर कुत्ते के काटने से यदि व्यक्ति अपना इलाज नहीं करवाता है तो रेबीज हो सकती है जिसका इलाज असंभव है, इसलिए बचाव ही उपाए है।
उन्होंने बताया कि कुत्ते और बिल्लियों का हर वर्ष रेबीज के विरूद्ध टीकाकाण करवाएं। पालतू जानवर की अच्छी देखभाल करें, उन्हें भरपूर खाना व रहने के लिए सुरक्षित स्थान दें। पालतू कुत्ते और बिल्लियों को गलियों और अन्य सार्वजनिक स्थानों में अवारा न घूमनें दें और उनके साथ दुव्र्यवहार जैसे लात मरना, पूंछ खींचना या उन्हें पत्थर मारना आदि न करें।
उन्होंने बताया कि आवारा कुत्ते और बिल्लियों से दूर रहें व अपने पालतू जानवरों को परेशान न करें जब वह सो रहे हों, खा रहे हों, या अपने बच्चो को दूध पिला रहें हों। उन्होंने बताया कि रेबीज फैलता हैं रेबीज वाले कुत्तों और बिल्लियों के थूक से।
पालतू कुत्तों और बिल्लियों का टिकाकरण कर के रेबीज से बचा जा सकता हैं। कुत्ते या बिल्ली के काटे जाने पर तुरन्त बहते पानी से घाव को धोएं। कुत्ते या बिल्ली के काटे जाने पर तुरन्त किसी व्यस्क (माता-पिता, अध्यापक, अभिवावक) को बताएं और उनसे कहें कि आपको स्वास्थ्य केन्द्र या पशु दंश उपचार केन्द्र लेकर जाएं। रेबीज से मौत हो सकती हैं।
उन्होंने बताया कि कुत्ता मनुष्य का परम मित्र है लेकिन वह शत्रु बनकर खतरनाक साबित हो सकता है। सावधानी से इसे टाला जा सकता हैं। कुत्ते के काटने पर घाव को साबुन और पानी से साफ करें व अस्पताल जाएं। शांति से या धीरे-धीरे कुत्ते के पास जाएं। बधे हुए या खाना खाते हुए कुत्ते को तंग न करें। गुस्साए या डरे हुए कुत्ते से दूर रहें। कोई कुत्ता पीछा करे तो भागे नहीं खडे हो जाएं।
कुत्ता न काटे इसके लिए हमें निम्न बातें करने की जरूरत हैं कुत्ते के व्यवहार को समझना, कत्ते के पास सुरक्षित जाना और इलाज से परहेज बेहतर। उन्होंने बताया कि कुत्ते उदास, बेचैन, चिडचिडा, सीधे खडे कान, गुर्राना, आक्रामक, रोगटे खडे होना, एकटक घूरना, पीछे हटकर आक्रमण करना आदि कुत्ते के व्यवहार के खतरे के संकेत है। उन्होंने बताया कि इस दौरान साावधान की अवस्था में खडे हो जाएं और कुत्ते से दूर न भागे, न ही चिल्लाएं और न ही डरे और आंख से आंख भी न मिलाएं। उन्होंने बताया कि यदि कुत्ते ने काट लिया तो कुत्ते से खुद को छुडवाने की कोशिश न करें, सावधान खडे हो जाएं और यदि गिर जाएं तो गेेंद की भांति खुद को सिकोड़ लें।
उन्होंने कहा कि यदि कुत्ते ने काट लिया है तो तुरन्त नजदीकी अस्पताल में जाएं और अपना इलाज मुफ्त करवाएं। किसी दूसरे तन्त्र मंत्र के चक्कर में न पडें।