महात्मा गांधी जी की 150वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में आज वेबिनार आयोजित
चंडीगढ़ / 23 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
श्री आशीष गोयल, निदेशक (उत्तर-पश्चिम क्षेत्र),सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि गांधी जी के कई उपदेश आधुनिक युवाओं के लिए प्रासंगिक हैं । वह आज महात्मा गांधी जी की 150वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में आयोजित एक वेबिनार के दौरान प्रतिभागियों को जानकारी दे रहे थे। प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों और अवधारणाओं जैसे कि स्वावलंबन (आत्मनिर्भरता), अहिंसा और सर्वोदय (सभी की प्रगति) समाज के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।
वर्तमान समय के दौरान गांधीवादी दर्शन की प्रासंगिकता के बारे में बात करते हुए, डॉ मनीष शर्मा, अध्यक्ष, गांधीवादी और शांति अध्ययन संकाय, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने के लिए पहले कदम के रूप में अंदरूनी और बाहरी स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की नीति निर्माण दृष्टिकोण में पिरामिड एप्रोच से गांधी जी द्वारा सुझाया गया ओशनिक सर्किल की ओर बदलाव की जरुरत है।
जालंधर के कन्या महा विद्यालय (केएमवी) के गांधीवादी अध्ययन विभाग की निदेशक डॉ मोनिका शर्मा ने प्रतिभागियों को सूचित किया कि गांधीजी को अहिंसा के लिए महिलाओं की अंतर्निहित क्षमता में जबरदस्त विश्वास था और उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के लिए राष्ट्रीय आंदोलन के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न चरणों ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए आत्मविश्वास पैदा करने में मदद की।
श्री हिमांशु पाठक, सहायक निदेशक, पत्र सूचना कार्यालय, चंडीगढ़ ने वेबिनार का संचालन किया। इस सत्र का समापन, श्री हितेश रावत, सहायक निदेशक, पत्र सूचना कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करने के साथ हुआ। पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ और कन्या महा विद्यालय, जालंधर के छात्रों और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अन्य अधिकारियों ने वेबिनार में भाग लिया।
वेबिनार का आयोजन पत्र सूचना कार्यालय और रीजनल आउटरीच ब्यूरो, चंडीगढ़, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया था। इस वेबिनार में गांधीवादी अध्ययन के क्षेत्र के विशेषज्ञों को अतिथि वक्ताओं के रूप में आमंत्रित किया गया था।