बच्चे के पालन-पोषण के लिए प्रथम 1000 दिन महत्वपूर्ण- उपायुक्त
सोलन / 23 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
उपायुक्त सोलन केसी चमन ने कहा कि बच्चों हो सही पोषण ही उनके सुखद व सुदृढ़ भविष्य की नींव है तथा इस दिशा में प्रत्येक परिवार को यह समझना होगा कि नौनिहालों के पोषण के साथ कोई समझौता न हो। केसी चमन गत दिवस यहां राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के जिला स्तरीय वेबिनार को सम्बोधित कर रहे थे।
केसी चमन ने कहा कि सही पोषण देश रोशन की परिकल्पना को साकार करने के लिए बच्चे के जन्म के आरम्भ के 1000 दिन महत्वपूर्ण हैं। शिशु के लिए माता का दूध सर्वोत्तम। इससे बच्चें का मानसिक व शारीरिक विकास सुनिश्चित होता है। उन्होंने कहा कि पोषण माह की सार्थकता तभी संभव है जब एक माता अपने बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए उसके प्रथम 1000 दिनों को पूरे समर्पण भाव से उसके समग्र पोषण में अपना बहुमूल्य योगदान दें।
उन्होंने वेबिनार के माध्यम से विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि अपने सम्बन्धित क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं को पोषण चार्ट तैयार कर उसके अनुसरण के लिए उन्हें प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि पोषण माह के अन्तर्गत ग्राम स्तर पर प्रतिदिन गतिविधियां आयोजित की जाएं ताकि लोगों को सुपोषण के बारे में जागरूक किया जा सके। उन्होंने राष्ट्रीय पोषण कार्यक्रम में बेहतरीन कार्य के लिए विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी।
उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 महामारी से सभी को एहतियात रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमाएं आवाजाही के खोल दी गई हैं ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखने की आवश्यकता है। उन्होंने आग्रह किया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सभी नियमों का स्वयं अनुसरण करें। आवश्यक स्थिति में ही घर से बाहर निकले। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अवश्य पहनंे तथा सुरक्षित सामाजिक दूरी का पालन करें।
वेबीनार में जिला आयुर्वेद विभाग की वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. सीमा गुप्ता एवं क्षेत्रीय अस्पताल के बाल चिकित्सक डाॅ. धर्मेेंद्र ने भी बहुमूल्य विचार सांझा किए। जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र तेगटा ने वेबिनार का संचालन किया तथा पोषण के अन्तर्गत आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि पोषण माह के दौरान पोषण पंचायत, बच्चों की वृद्धि निगरानी, किचन गार्डिंग, पोषक पदार्थों की प्रदर्शनी एवं रंगोली तथ अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। इस अवसर पर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।