सरकार का यह प्रयास है कि हर एक देशवासी का जीवन आसान हो, हर एक देशवासी समर्थ हो, सशक्त हो, और सबसे बड़ी बात आत्मनिर्भर हो- केन्द्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया
*प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का रेहड़ी-फड़ी लगाने वाले लोगों ने स्वागत करते हुए इस योजना की मुक्तकंठ से की है प्रशंसा **योजना के तहत रेहड़ी-फड़ी लगाने वालों को पहले 10 हजार रूपये का लोन दिया जाएगा, जिसमें 7 प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी भी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि यह डिजिटल लेन देन करते है तो इन्हें कैश बैक भी मिलेगा।
नारायणगढ / 22 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का रेहड़ी-फड़ी लगाने वाले लोगों ने स्वागत करते हुए इस योजना की मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। योजना का लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थीयों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके दु:ख तकलीफ को समझा है और पीएम स्वनिधि योजना की शुरूआत की है। जिससे उनका विश्वास बढा और एक नई उम्मीद जगी है। इससे उनके श्रम की ताकत बढी है व आत्मसम्मान और आत्मबल में वृद्धि हुई है।
केन्द्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया का भी कहना है कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, स्वनिधि से स्वरोजगार, स्वरोजगार से स्वावलंबन और स्वावलंबन से स्वाभिमान बढाने के लिए कारगर साबित होगी।
गौरतलब है इस योजना के तहत रेहड़ी-फड़ी लगाने वालों को पहले 10 हजार रूपये का लोन दिया जाएगा। जिसमें 7 प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी भी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि यह डिजिटल लेन देन करते है तो इन्हें कैश बैक भी मिलेगा। इसके अलावा दूसरी बार ऋण लेने पर ओर ज्यादा ऋण की सुविधा मिलेगी।
नारायणगढ़ में अनाज मण्ड़ी के पास रेहड़ी लगाकर जलेबी बेचने का काम करने वाले गुरमीत सिंह ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की प्रशंसा करते हुए बताया कि इस योजना के साथ उन्हें आगे बढऩे का मौका मिला है। पीएम के प्रयासों से ही स्ट्रीट वेंडर्स- रेहड़ी-फड़ी वालों को स्वनिधि योजना का लाभ सुनिश्चित हुआ है। कोरोना काल के बावजूद इतने कम समय में रेहड़ी-फड़ी वालों को इस योजना का लाभ मिलना काबिले तारीफ है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में जब भी कोई ऐसा बड़ा संकट आता है, महामारी आती है तो उसका सबसे पहला और सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे गरीब भाई-बहनों पर ही पड़ता है। अधिक बारिश हो जाए तो भी तकलीफ गरीब को, अधिक ठंड आ जाए तो भी तकलीफ गरीब को, अधिक गर्मी आ जाए तो भी तकलीफ गरीब को ही उठानी पड़ती है। ऐसे हालात में गरीब के सामने रोजगार का संकट पैदा हो जाता है, उसके खाने-पीने का संकट होता है, उसकी जो जमा-पूंजी होती है वो खत्म हो जाती है। महामारी ये सब विपदाएं अपने साथ लेकर आती है। जो रेहड़ी-फड़ी वाले साथी हैं, इन सबने कोरोना वैश्विक महामारी के इस संकट को सबसे ज्यादा महसूस किया है।
नारायणगढ़ में अनाज मण्ड़ी के बाहर फड़ी लगाकर फूल बेचने वाले हरदीप सिंह ने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना से जो उन्हें दस हजार रूपये इस समय मिले है वह उनके लिए एक लाख के समान है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान तो उनका काम धंधा सब बंद हो गया था और ऐसे में भविष्य की चिंता सताने लगी थी। जब प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की जानकारी मिली तो देर न करते हुए उन्होंने इसका लाभ प्राप्त कर अपना काम धंधा फिर से शुरू किया है। इस योजना का लाभ उन्हें इतनी सरलता से मिल गया कि उन्होंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी। उनको कोई दिक्कत नहीं हुई।
योजना का लाभ प्राप्त करने वाले हरपाल सिंह ने बताया कि वे बस स्टैंड नारायणगढ़ के पास रेहड़ी पर जलेबी बनाकर बेचने का काम पिछले कुछ सालों से कर रहे है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में वे चार सदस्य है। जिसमें उनकी पत्नी व दो बच्चे है। लॉकडाउन होने से काम धंधा बंद हो गया था। काम धंधा बंद होने से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया और अनलॉक शुरू हुआ तो उन्हें फिर से अपना वहीं पुराना काम जलेबी बना कर बेचने का काम शुरू करना था। ऐेसे समय में उनके लिए एक-एक पैसा की भी बहुत अहमियत थी। संकट के इस दौर में उन्हें पीएम स्वनिधि योजना से 10 हजार रूपये की राशि मिलना भगवान के किसी उपकार से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस योजना से रेहड़ी, पटरी, ठेलेवालों, फेरीवारों का कामकाज और बढ़ेगा उनकी कमाई बढ़ेगी।
अम्बाला लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं भारत सरकार में जल संशाधन एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया से जब इस योजना के बारे में बात कि गई तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए वरदान साबित होने जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान पहले दिन से ही सरकार का ये प्रयास रहा है कि गरीब की जितनी दिक्कतें कम कर सके उसको कम किया जाए और उसके लिए ही ऐसी जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई है। देश में रेहड़ी-ठेले वाले हमारे लाखों परिवार तो उनकी रोज की मेहनत से घर चलता है। कोरोना के कारण जब बाजार बंद हो गए थे, खुद की जान बचाने के लिए लोग घरों में ज्यादा रहने लगे, तो इसका बहुत बड़ा असर रेहड़ी-पटरी वाले भाई बहनों पर तथा उनके कारोबार पर ही पड़ा। उनको मुश्किलों से निकालने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की शुरुआत की है।
श्री कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रयासों से ही गरीब व्यक्ति बैंक से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि आप याद करिए, हमारे देश का गरीब तो कागजों के डर से बैंक के दरवाजे तक ही नहीं जा पाता था। प्रधानमंत्री जनधन योजना के माध्यम से देशभर में करोड़ से अधिक गरीबों के, निम्न मध्यम वर्ग के लोगों के बैंक खाते खुलवाए गए हैं। इन जनधन खातों से गरीब व्यक्ति बैंक से जुड़ा और तभी तो आसान लोन उसे मिल रहा है। इन्हीं बैंक खातों की वजह से किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में मदद पहुँच रही है। उन्होंने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना का मकसद है कि वो लोग नई शुरुआत कर सकें, अपना काम फिर शुरू कर सकें, इसके लिए उन्हें आसानी से पूंजी मिले। उनको बाहर बहुत ब्याज दे करके रुपये लाने के लिए मजबूर न होना पड़े। ये भी पहली बार हुआ है कि देश में रेहड़ी-पटरी वालों के लाखों लोगों के नेटवर्क को सही मायने में सिस्टम से जोड़ा गया है, उनको एक पहचान मिली है। इस योजना को ऐसे ही इतना सरल बनाया गया है कि सामान्य से सामान्य व्यक्ति भी इससे जुड़ सके। रेहड़ी पटरी वाले सामान विक्रेता अपना ज्यादा से ज्यादा लेन-देन डिजिटल करे और पूरी दुनिया के सामने एक नया उदाहरण प्रस्तुत कर सकते है। हमारे देश में गरीबों की बात बहुत हुई है लेकिन गरीबों के लिए जितना काम पिछले 6 साल में हुआ है, और बिल्कुल प्लानिंग से हुआ है, हर वो क्षेत्र, हर वो सेक्टर जहां गरीब-पीडि़त-शोषित-वंचित-दलित-आदिवासी अभाव में था, सरकार की योजनाएं उसका संबल बनकर आईं हैं।
उन्होंने कहा कि गरीब इन वर्षों में जिस तरह जनधन खातों से, बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ा है, उसने एक नई शुरूआत की है। सरकार का यह प्रयास है कि हर एक देशवासी का जीवन आसान हो, हर एक देशवासी समर्थ हो, सशक्त हो, और सबसे बड़ी बात आत्मनिर्भर हो। उन्होंने रेहड़ी-फड़ी वालों से अनुरोध किया है कि अब जब आप नए सिरे से अपने व्यवसाय को शुरु कर रहे हैं, तब आपको कुछ सावधानियां जरूर रखनी होंगी। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती, कोई तरीका नहीं निकल आता, कोरोना का खतरा बना ही रहेगा। ऐसे में आपको अपनी भी और अपने ग्राहकों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखना है। मास्क हो, हाथ की साफ-सफाई हो, अपने स्थान के आसपास की साफ-सफाई हो, दो गज की दूरी हो, इससे किसी भी स्थिति में समझौता नहीं करना है। कोशिश ये भी करनी है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल भी न करें। आप कोरोना से बचाव के जितने इंतजाम अपने रेहड़ी/ठेले, या अपनी फड़ी पर करेंगे, लोगों का भरोसा भी बढ़ेगा और आपकी दुकानदारी भी बढ़ेगी। आपको खुद भी इन नियमों का पालन करना है और सामने वाले से भी इसका पालन करने के लिए आग्रह करते रहना है।
नगर पालिका सचिव गुलशन कुमार ने बताया कि इस योजना में नगरपालिका नारायणगढ क्षेत्र में 174 रेहड़ी-फड़ी वालों को प्रोविजनल सर्टीफिकेट जारी किये गये है। उन्होनें बताया कि जिन रेहड़ी फड़ी वालों को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत प्रोविजनल सर्टीफिकेट जारी किए गए हैं। वह अपने नजदीकी सीएससी सैन्टर में जाकर लोन के लिए अप्लाई करें। किसी भी प्रकार की परेशानी के समाधान हेतू सचिव नगर पालिका कार्यालय से सम्पर्क करें।