डेंगू और मलेरिया के साथ-साथ स्क्रब टाइफस से बचने के लिए जागरुक होना बहुत जरुरी- डाॅ. प्रकाश दरोच
बिलासपुर / 17 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ. प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि आजकल लोगो को कोरोना, डेंगू और मलेरिया के साथ-साथ स्क्रब टाइफस से बचने के बारे में जागरुक होना बहुत जरुरी है। क्योंकि आजकल इस मौसम में स्क्रब टाइफ से जिला बिलासपुर में इस के रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है इससे बचने के लिए इन दिनों बहुत सावघानी रखना जरुरी है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि स्क्रब टायफस भी एक किस्म का बुखार है यह रोग भी एक जीवाणु विशेष (रिकेटशिया) से सक्रमित माइट के दल काटने से फैलता है जो खेतों में झाड़ियों में वह घास में रहने वाले चूहों में पन पता है। यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और स्क्रब टायफस बुखार पैदा करता है। इसके लक्षण जैसे तेज बुखार जो 104 से 105 डिग्री तक जा सकता है। जोड़ों में दर्द कंप कंपी के साथ बुखार शरीर में ऐंठन अकड़न आदि। अधिक संक्रमण में गर्दन बाजुओं के नीचे, कुल्हो के ऊपर गिल्टियां होना।
इसकी रोकथाम के लिए हमें अपने शरीर की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। घर के आसपास के वातावरण को साफ रखना चाहिए। घर के चारों ओर खरपतवार या घास नहीं उगने देना चाहिए। घर के अंदर व आस-पास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना चाहिए। इस बुखार को लोग जोड़ तोड़ बुखार भी कहते हैं। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता स्क्रब टायफस का इलाज बहुत आसान है तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। बुखार कैसा भी हो नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर डॉक्टर का परामर्श अति आवश्यक है खेतों या झाड़ियों में काम करते समय शरीर को पूरा ढक कर रखें। बचाव में ही सुरक्षा है।