रोगी कल्याण समिति के सचिव ने बिना टैंडर प्रक्रिया से करवाएं कार्यों की जांच- सुरेश चंदेल
*रोगी कल्याण समिति के सचिव की सच्चाई सब के सामने नहीं आती, पीछे नहीं हटेंगे
घुमारवी (बिलासपुर) / 23 अगस्त / सुरेन्द्र जम्वाल
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ खंड घुमारवीं के प्रधान सुरेश चन्देल, महासचिव रंगीला राम ठाकुर, मुख्य संरक्षक तिलक राज शर्मा, मुख्य सलाहकार जगदेव चौहान, वरिष्ठ उपप्रधान सतीश गौतम, उपप्रधान दाता राम, वीरेंद्र ठाकुर, नरेंद्र ठाकुर, संजीव शर्मा, वित्त सचिव नरेंद्र कुमार, कानूनी सलाहकार निका राम धीमान, कार्यालय सचिव पंकज शर्मा, संगठन सचिव देश राज, सुमन कुमार, उपेन्द्र ठाकुर, शेर सिंह, सुरेन्द्र पाल, सतीश पाल ने सयुक्त व्यान में कहा कि सिविल अस्पताल घुमारवीं के रोगी कल्याण समिति के सचिव को चेतवानी दी कि वह अपनी कार्य सीमा में रह कर कार्य करे वह रोगी कल्याण समिति का सचिव है और रोगी कल्याण समिति का कार्य देखे कैसे हो रहा है।
रोगी कल्याण समिति के सचिव अपनी मनमर्जी से बिना टेंडर से लाखों रुपये के एल्मुनियम के कैवन बनाए जा रहे है वह देखे कमरे में किस कर्मचारी की व्यवस्था करनी है किसको कहा बिठाना है यह खंड चिकित्सा अधिकारी के अधीन है।
प्रधान सुरेश चन्देल कहा कि जिस कर्मचारी को सदस्य सचिव कमरे से निकालने की धमकी दे रहा है वह उस कर्मचारी को जब से इस भवन का 2018 में उद्घाटन हुआ था उस समय से स्थाई खंड चिकित्सा अधिकारी ने दिया था और वह कर्मचारी उस कमरे में युवा परामर्श केंद्र भी चला रहा है जिसमे 11 से 18 वर्ष के युवाओं को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या का परामर्श देकर ओपीडी में भेजता है।
चन्देल ने कहा कि जो सदस्य सचिव कह रहे है कि उक्त कर्मचारी ओपीडी के कमरे में बैठा है वह ओपीडी का रूम नही है उस कमरे को युवा परामर्श केंद्र ओपीडी के कमरों के साथ चलाया जाता है ताकि की युवाओं की कॉन्सलिंग करके ओपीडी में भेजा जा सके। चन्देल ने कहा कि सदस्य सचिव आए दिन किसी न किसी कर्मचारी को धमकियां देता रहता है।
सचिव कमरे से निकालने की धमकी तो मुख्य फार्मासिस्ट, स्वास्थ्य शिक्षक, स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों को दे चुका है और साथ मे रोगी कल्याण समिति के अंतर्गत रखे गए कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की धमकी देता है यह सब आराजपत्रित कर्मचारी महासंघ सैहन नही करेगा। चन्देल ने बताया कि सदस्य सचिव मनमाने प्रस्ताव और पत्राचार उच्च अधिकारियों को भेज रहा है। जब कि नियम के अनुसार उच्च अधिकारियों को पत्राचार खंड चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से जाता है।
चन्देल ने कहा कि जल्दी ही सब कार्यो की सचाई सामने आ जाएगी तथा जब तक सच्चाई सामने नही आती आराजपत्रित कर्मचारी महासंघ पीछे नही हटेगा।