जिला ऊना में राष्ट्रीय केन्द्रीय मजदूर, किसान, खेत मजदूर, कर्मचारी सगठनो के आह्वान
ऊना / 09 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
जिला ऊना में राष्ट्रीय केन्द्रीय मजदूर, किसान, खेत मजदूर, कर्मचारी सगठनो के आह्वान पर जिला के ज्यादातर गावों व शहरों में प्रदर्शन किया गया जिसमें सीटू, हिमाचल किसान सभा, मनरेगा वर्कर युनियन, लयुमनिस वर्कर युनियन, दता डा वर्कर युनियन, दीपक फासटनर वर्कर युनियन, कोजी टच मैटरस वर्कर युनियन, मिड डे मील वर्कर युनियन, निपसो वर्कर युनियन, एम आर एसोसिएशन और आम लोगों ने हिस्सा लिया।
आज का प्रदर्शन 9 अगस्त 1942 की ‘अंग्रेजो भारत छोड़ो’ आंदोलन के दिन साम्राज्य वादी ताकतों के खिलाफ एक मुहिम जो शुरू हुआ था इस लड़ाई को जारी रखने के लिए मजदूर, किसान व कर्मचारी के 200 से ज्यादा संगठन आज देश के हर कोने में प्रदर्शन, धरने व जेल भरो आन्दोलन आदि कार्यवाही कर रहे हैं क्योकि केन्द्रीय सरकार महामारी की आड़ में बिना संसद में पास करवाये अधयादेश लाल रही है। सार्वजिनक क्षेत्र को बेचा जा रहा है, बैंक, बीमा, रेलवे, कोयला, हवाई यात्रा व एयरपोर्ट, बन्दरगाह, तेल कम्पनियों, हथियार कारखाने, सुरक्षा क्षेत्र, सड़कों, शिक्षा और कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जो आज नीलामी पर नहीं है। कृषि क्षेत्र में सुधार के नाम पर बडे पूंजीपति व बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सोंप देने की तैयारी कर ली है। श्रम कानूनों को रद्द करने की सिफारिश की है और ज्यादातर राज्यों में श्रम कानूनों को निलंबित कर दिया है। उद्योग धंधे ठन्डे हो रहे हैं और उद्योगपतियों को खुली छूट दे दी है मजदूर का शोषण करने के लिए, वेतन में कटौती, छटनी, काम के घंटे की पाबंदी समाप्त कर दी है, और उद्योगपतियों कभी भी मजदूर को बाहर कर रहा है।आज के प्रदर्शन के मुख्य मांगे है श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी संशोधन बन्द करो , सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को बेचना बन्द करो और किसान विरोधी अधयादेशौ को वापिस लो। करदाता नहीं है उसे 7500 रूपये महीना नगद राशि प्रदान की जाए। नौकरी से निकालने वाले फैक्ट्री मालिकों के विरुद्ध कार्यवाही हो व मजदूरों की नौकरी बहाली हो व वेतन कटौती बन्द हो। स्कीम वर्करों को सरकारी कर्मचारी बनाने और उनकी सुरक्षा के लिए उचित प्रबन्ध करो। मनरेगा मजदूर को नयूनतम वेतन दो व 200 कार्य दिवस करो।
महामारी और प्रतिबंध व यातायात व्यवस्था न होने के कारण जिला में अभी तक 50 से ज्यादा सथानो पर प्रदर्शन किया गया जिसमें अब, दियाडा, नकडोह, बड़ुही, भैरा, सवारी, टकोली, ईसुपर, हरोली, लालूवाल, दुलैहड, गोद पुर, टाहलीवाल, मैहतपुर, भटोली, गग्रेट, सन्तोष गढ़, मजारा, बाथु में मुख्य प्रदर्शन हुए। इन में शामिल प्रमुख लोग जिनमें कमल देव, मनोज, सन्तोष, संदीप, मन जीत कौर, कौशल्या देवी, चंचला देवी, मीतो देवी, शीनदो देवी, कृष्णा देवी, सन्तोष देवी, सच्चा राम, विजय कुमार, सतपाल, कुशल, भाग सिंह, सुलिनदर सिंह, रणजीत सिंह, मूलराज, शिनगारा सिंह, प्रदीप, जोगिनदर सिंह, दर्शन सिंह, अमरजीत, बलवन्त सिंह, दिलावर सिंह, लक्की, सतनाम सिंह, ओनकार सिंह इत्यादि। प्रदर्शन का नेतृत्व नीलम जसवाल जिला प्रधान, कामरेड गुरनाम सिंह सचिव, कामरेड के के राणा, मजीद, प्यारा सिंह, कामरेड सुरेन्द्र शर्मा, ओ पी दता, ओ पी सिददू शिव कुमार द्विवेदी ने किया।