जिला में अब तक मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत वितरित की जा चुकी है 2 करोड़ 63 लाख रूपए की अनुदान राशि
बिलासपुर / 06 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
स्वरोजगार के सपने संजोए प्रदेश के युवाओं को रोजगार की तलाश के लिए अब प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अब युवाओं का उद्यम स्थापित करने का सपना आसानी से साकार होगा। प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं के सपनों को उड़ान भरने के लिए घर-द्वार पर रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना आरम्भ की गई है ताकि युवा अपना व्यवसाय शुरू कर सके और अन्य को भी रोजगार देने के साथ-साथ स्वरोजगार के लिए भी पे्ररित कर सके। इस योजना का मुख्य उदेश ही युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना है ताकि युवा रोजगार के लिए अपना व्यवसाय शुरू कर सके। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में रहने वाले 18 से 45 वर्ष तक की आयु के युवा जो कि उद्योग, सर्विस सेक्टर, व्यापार इत्यादि स्थापित करना चाहते है उनके लिए इस योजना के अंतर्गत सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इस योजना से जहां स्थानीय उद्यम को बढ़ावा मिलेगा वहीं युवाओं को अधिक से अधिक स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
जिला बिलासपुर में अभी तक इस योजना में कुल 493 ऋण प्रकरण विभिन्न बैंक शाखाओं को भेजे जा चुके है। जिनकी कुल परियोजना लागत 9454.4 लाख रूपये है तथा 2126.6 लाख रूपये की अनुदान राशि है। जिसमें से 115 ऋण मामलें विभिन्न बैंक शाखाओं द्वारा स्वीकृत हो चुके है जिनकी कुल परियोजना लागत 2108.00 लाख रुपये है तथा इन्हें 479.20 लाख रू0 अनुदान राशि स्वीकृत हुई है। अब तक 71 लाभार्थियों द्वारा इकाईयां स्थापित की जा चुकी हैं जिन्हें 2 करोड़ 63 लाख रूपए की अनुदान राशि वितरित की जा चुकी है। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक प्रोमिला शर्मा ने बताया कि मुख्यमन्त्री स्वावलंबन योजना, जो कि राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है जिसके अन्तर्गत सभी प्रकार के औधोगिक कार्यकलाप सर्विस गतिविधियां व व्यापार से संबंधित, अपना रोजगार चलाने के इच्छुक/योग्य हिमाचली युवा जिनकी आयु 18-45 वर्ष के मध्य हो उनको, संबंधित बैंको के माध्यम से 60 लाख रूपये तक का ऋण व वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। जिसमें 40 लाख रूपये तक की प्लांट व मशीनरी पर किए गए निवेश पर विधवाओं को 35 प्रतिशत, महिलाओं को 30 प्रतिशत व अन्य को 25 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त तीन वर्षो के लिए 5 प्रतिशत व्याज अनुदान भी उद्योग विभाग, हिमाचल प्रदेश की तरफ से प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सभी लोगों को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है तथा कोरोना संक्रमण के कारण बाहरी राज्यों से वापिस आए है व दोबारा हिमाचल से बाहर नहीं जाना चाहते हैं अपना कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं वे मुख्यमन्त्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठा कर, अपना उद्योग व व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।